कोरोना महामारी से जूझ रहे लोगों को जल्द ही वैक्सीन की खुशखबरी मिलने जा रही है। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना वैक्सीन से जुड़ी सर्वदलीय बैठक में कहा कि कुछ हफ्तों में वैक्सीन का इंतजार खत्म हो सकता है और सबसे पहले कोरोना वैक्सीनेशन हेल्थ वर्कर्स और बुजुर्गों का होगा। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण की तैयारियों का जिक्र करते हुए कहा कि इसके लिए Co-Win सॉफ्टवेयर तैयार किया गया।
प्रधानमंत्री ने कहा की भारत में कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण के लिए एक खास सॉफ्टवेयर को-विन(Co-Win) तैयार किया गया है। जिसमें कोरोना वैक्सीनेशन से जुड़ी पूरी जानकारी उपलब्ध होगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना वैक्सीन के वितरण के लिए एक नेशनल एक्सपर्ट ग्रुप बनाया गया है जो वैक्सीन के वितरण के बारे में निर्णय लेगा।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में जिस को-विन (Co-Win) सॉप्टवेयर का जिक्र किया वह कैसे कोरोना वैक्सीनेशन में एक महत्वपूर्ण कड़ी साबित होगा इसको समझने के लिए वेबदुनिया मध्यप्रदेश के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ.संतोष शुक्ला से बात की। वेबदुनिया से बातचीत में डॉ. संतोष शुक्ला कहते हैं कि कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण का कार्यक्रम राष्ट्रीय स्तर पर संचालित होगा और इसके लिए एक विशेष प्रकार का सॉफ्टवेयर को-विन(Co-Win) तैयार किया गया है।
को-विन(Co-Win)साफ्टवेयर में लोगों के नाम,पते,आईडी,मोबाइल नंबर आदि दर्ज किए गए हैं और इस सॉप्टवेयर के जरिए ही लोगों को कोरोना वैक्सीन के टीकाकरण के लिए एसएमएस (SMS) भेजे जाएंगे। जिसमें वैक्सीनेशन का बूथ और टीका लगवाने का दिन और समय लिखा होगा। इसके बाद लोगों को निश्चित दिन और निश्चित समय पर टीकाकरण कराने के लिए आना होगा। वह कहते हैं कि सॉफ्टवेयर का नाम कोरोना पर जीत दिलाने का एक तरह से सूचक है।
पहले चरण में 4 लाख से अधिक कोरोना वॉरियर्स का टीकाकरण- मध्य प्रदेश में कोरोना वैक्सीन सबसे पहले कोरोना से लड़ रहे फ्रंटलाइन वर्कर यानि स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सरकारी और प्राइवेट दोनों ही सेक्टर को डॉक्टरों और कर्मचारियों को लगाई जाएगी। पहले चरण में जिन लोगों को टीका लगाया जाना है उसका डाटा तैयार कर लिया गया है। पहले चरण में मध्यप्रदेश में 4-5 लाख कोरोना वॉरियर्स को वैक्सीन लगाई जाएगी।
मध्यप्रदेश के राज्य टीकाकरण अधिकारी डॉ. संतोष शुक्ला 'वेबदुनिया' से बातचीत में कहते हैं कि पहले चरण के टीकाकरण करने के लिए निजी और सरकारी अस्पतालों के स्वास्थ्यकर्मियों के साथ कोरोना के खिलाफ लड़ाई में स्वास्थ्य सेवाओं से जुड़े सभी कोरोना वॉरियर्स का पूरा डाटा तैयार हो चुका है, अब इनके फोन नंबर सत्यापित और वेरिफिकेशन का काम चल रहा है जो जल्द पूरा हो जाएगा।कोरोना वैक्सीनेशन कार्यक्रम के लिए अगले सप्ताह से राष्ट्रीय स्तर पर प्रशिक्षण भी शुरु किया जाएगा।