नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए उद्योगपति घराने भी मरीजों और स्वास्थ्यकर्मियों की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। TATA ट्रस्ट 500 करोड़ रुपए खर्च करने का ऐलान किया है। यह देश के औद्योगिक घराने की ओर से सबसे बड़ी सहायता राशि होगी। ट्रस्ट के चेयरमैन रतन टाटा ने ट्वीट कर यह जानकारी दी।
रतन टाटा ने बारे में ट्वीट कर कहा कि कोविड 19 संकट मुश्किल चुनौतियों में से एक है, जिसका सामना हम सभी कर रहे हैं। टाटा ट्रस्ट और टाटा ग्रुप की कंपनियां पूर्व में भी देश की आवश्यकता के लिए खड़ी हुई हैं। इस समय की जरूरत सबसे बड़ी है।
रिलायंस का बड़ी सहायता का ऐलान : रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने महाराष्ट्र मुख्यमंत्री राहत कोष में 5 करोड़ रुपए दिए हैं। इसके अतिरिक्त रिलायंस फाउंडेशन ने बीएमसी के साथ मिलकर मुंबई के सेवन हिल्स हॉस्पिटल में कोरोना के मरीजों के इलाज के लिए 100 बेड का सेंटर निर्माण किया है। महाराष्ट्र के लोधीवाली में आइसोलेशन सेंटर भी बनाया गया है।
सहायता के लिए आगे आए ये उद्योगपति : वेदांता रिसोर्सेज के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने 100 करोड़ रुपए की सहायता का ऐलान किया है।
महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने कहा है कि उनकी कंपनी अपनी यूनिट्स में वेंटिलेटर बनाएगी। इसके अलावा महिन्द्रा अपनी 100 प्रतिशत सैलरी की कोरोना फंड में देगी।
इस फंड को छोटे उद्योगों और दैनिक मजदूरी करने वालों के लिए बनाया गया है। महिंद्रा ने अपनी हॉलीडे कंपनी क्लब महिंद्रा को भी मरीजों की देखभाल के लिए देने की पेशकश की है।
हीरो साइकल्स के चेयरमैन पंकज एम मुंजाल ने आपात कोष में से 100 करोड़ रुपए देने का ऐलान किया है। बजाज ग्रुप हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर बेहतर करने, खाने और रहने के इंतजाम करने के लिए 100 करोड़ रुपए देने की घोषणा की है।
पेटीएम के फाउंडर-सीईओ विजय शेखर शर्मा ने कहा कि उनकी कंपनी वेंटिलेटर और दूसरे जरूरी सामान बनाने वालों को 5 करोड़ रुपए की सहायता करेगी। पारले कंपनी बिस्किट के 3 करोड़ पैकेट बांटेगी।