अलीगढ़ : कोविड वैक्सीन कूड़ेदान में फेंकने की आरोपी ANM निहा खान बर्खास्त

हिमा अग्रवाल

सोमवार, 31 मई 2021 (23:32 IST)
उत्तरप्रदेश के अलीगढ़ जिले से होश उड़ा देने वाली खबर है। यहां एक एएनएम ने कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 मिशन के खात्मे में सेंध लगाने की कोशिश की है। पूरा देश कोविड की दूसरी लहर से जूझ रहा है, सरकार भरसक प्रयास कर रही है कि कोविड संक्रमण पर काबू पाया जाए। जिसके लिए वैक्सीनेशन का कार्य जोरशोर से चल रहा है। अलीगढ़ के जमालपुर UPHC में भी 18 से 44 साल तक के लोगों के लिए कोविड टीकाकरण चल रहा है। टीकाकरण टीम में संविदा पर तैनात एएनएम निहा खान को टीका लगाने का जिम्मा सौंपा गया, लेकिन इस निहा ने ऐसा कृत्य किया है, जिसके चलते कई लोगों का जीवन दांव पर लग सकता था।

अलीगढ़ के जमालपुर अर्बन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में लगभग 250 लोगों का प्रतिदिन कोविड टीकाकरण किया जा रहा है। यहां टीका लगाने वाली एएनएम निहा खान ने टीकाकरण करने के बजाय वैक्सीन से भरी 29 सीरिंज तोड़कर कूड़ेदान में फेंक दीं।

मिली जानकारी के मुताबिक, वह सीरिंज में वैक्सीन भरती और टीका लगवाने वाले को सुई तो लगाती, लेकिन सीरिंज को दबाकर वैक्सीन शरीर में प्रवेश नहीं करवाती। टीकाकरण करवाने वाले शख्स को सुई लगवाने का अहसास होता, लेकिन उसे यह समझ में नहीं आता था कि वैक्सीन नहीं दी गई है। निहा के इस कृत्य को किसी ने देखा और शिकायत कर दी।

निरीक्षण के दौरान कूड़ेदान में Covid-19 वैक्सीन से भरी 29 सीरिंज पाई गईं। इसके बाद मामले की सूचना तत्काल मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. भानु प्रताप कल्याणी को दी गई। इस संदर्भ में निहा ने स्टाफ से कहा कि उसने इसलिए ऐसा किया क्‍योंकि उसका मूड खराब है।

जमालपुर शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन भरी 29 सीरिंज कचरे में फेंकने के मामले में प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ. आफरीन जेहरा व संविदा एएनएम निहा खान के खिलाफ मामला दर्ज कराया गया है। इन पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने, महामारी अधिनियम का उल्लंघन, साजिश व गलत जानकारी देने की धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।

चिकित्साधिकारी आफरीन का दो साल का वेतन वृद्धि रोकने व हरदुआगंज सीएचसी ट्रांसफर और संविदा पर तैनात निहा खान की सेवाएं समाप्त कर दी गई हैं। अलीगढ़ के जमालपुर UPHC के कूड़ेदान में कोविड-19 टीकाकरण की लोडेड सीरिंज मिलने के मामले ने तूल पकड़ लिया।
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सरकार ने इस मामले पर गंभीरता दिखाते हुए सोमवार को स्वास्थ्यकर्मी नेहा खान द्वारा नफरत, द्वेष और साजिश के तहत खाली सीरिंज लगाकर वैक्सीन बर्बाद करने के घिनौने आपराधिक कृत्य की उच्चस्तरीय जांच शुरू करने के आदेश दिए हैं।
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जांच में प्रथमदृष्टया पाया गया है कि निहा खान ने ये घिनौना कृत्य आपराधिक मानसिकता, नफरत की भावना व वैक्सीनेशन अभियान को नुकसान पहुंचाने के लिए किया है। उसने सरकारी मिशन को ठेंगा दिखाते हुए वैक्सीन तो बर्बाद की ही है, साथ ही जिन लोगों का वैक्सीनेशन हो रहा था, उनको भी धोखा दिया जा रहा था। यदि वैक्सीन लगवाए शख्स को कोई नुकसान होता तो भारतीय वैक्सीन पर सवाल उठने लगते।

जांच पूरी होने के बाद ही पता चल पाएगा कि निहा ने अब तक कितने लोगों का टीकाकरण नहीं किया है, उसने पहले भी इस मिशन को पलीता लगाने की कोशिश की है। कुछ लोग इसे जिहाद से जोड़कर भी देख रहे हैं।

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