वकील के मुताबिक 8 अप्रैल को कोविशील्ड वैक्सीन का पहला डोज लगवाया था. जबकि दूसरा डोज 28 को लगना था. लेकिन वैक्सीन लेने के बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। इस पर उन्होंने 25 मई को एंटीबॉडी टेस्ट करवाया। उनके शरीर में एंटीबॉडी विकसित नहीं हुई, जिससे उनमें संक्रमण का खतरा मंडराने लगा।