नवंबर में चीन के वुहान शहर से शुरू हुई कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से अभी तक दुनियाभर में 1,95,000 लोगों की मौत हो चुकी है और 27 लाख से अधिक लोग संक्रमित हैं। जॉन्स हॉप्किन्स विश्वविद्यालय के अनुसार अमेरिका इस संक्रामक रोग से सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। देश में 9.2 लाख लोग संक्रमित पाए गए हैं और शुक्रवार तक मरने वाले लोगों की संख्या 51,000 पर पहुंच गई।
अमेरिका में कोविड-19 के मामले 6 देशों- स्पेन (2,19,764), इटली (1,92,994), फ्रांस (1,59,495), जर्मनी (1,54,545), ब्रिटेन (1,44,635) और तुर्की (1,04,912) के कुल मामलों से भी अधिक हैं। अमेरिका के न्यूयॉर्क में इस वायरस से सबसे अधिक 17,671 लोगों की मौत हुई और 2,71,890 लोग संक्रमित पाए गए। हालांकि अब ऐसा लग रहा है कि अमेरिका में संक्रमण का बुरा दौर बीत चुका है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कोरोना वायरस पर अपने नियमित व्हाइट हाउस संवाददाता सम्मेलन में कहा कि देशभर में संक्रमित पाए जाने वाले लोगों की संख्या कम हो गई है। उन्होंने बताया कि पिछले हफ्ते न्यूयॉर्क में 38 प्रतिशत जांच रिपोर्ट में संक्रमण के मामले सामने आए थे, इस हफ्ते यह संख्या गिरकर 28 प्रतिशत रह गई।
ट्रंप ने कहा कि नए मामलों की संख्या में गिरावट के परिणामस्वरूप आधे राज्यों ने अपनी अर्थव्यवस्था को फिर से खोलने के लिए कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। इससे 1 दिन पहले कैलीफोर्निया, मिनेसोटा और टेनेसी ने कुछ क्षेत्रों में काम फिर शुरू करने की अतिरिक्त योजनाओं की घोषणा की।
उन्होंने कहा कि हम हर अमेरिकी से सतर्कता बरतने और साफ-सफाई रखने, सामाजिक दूरी बनाने और चेहरे को ढंककर रखने के लिए कहते हैं। हम अपने देश को फिर से खोल रहे हैं। यह देखना काफी उत्साहजनक होगा। इस बीच पहली बार ट्रंप ने कोरोना वायरस कार्यबल के संवाददाता सम्मेलन को पत्रकारों के सवालों का जवाब दिए बगैर खत्म कर दिया।
व्हाइट हाउस के 4 अधिकारियों और व्हाइट हाउस के करीबी रिपब्लिकनों ने गोपनीयता की शर्त पर बताया कि व्हाइट हाउस में संवाददाता सम्मेलनों का तरीका बदलने को लेकर चर्चा हुई जिसमें राष्ट्रपति की भूमिका को कम करने की बात उठी। यह संवाददाता सम्मेलन आमतौर पर 1 घंटे से अधिक समय तक चलता था और ट्रंप पत्रकारों के सवालों का जवाब देते थे।
ट्रंप उन खबरों को लेकर गुस्सा थे, जो 1 दिन पहले के संवाददाता सम्मेलन में की गई उनकी इस टिप्पणी के बारे में थीं कि कोरोना वायरस से लड़ने के लिए लोगों को कीटाणुनाशक इंजेक्शन लगाना मददगार होगा। इस सुझाव पर स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी देते हुए कहा कि यह खतरनाक है और डेमोक्रेट्स ने भी इसकी तीखी आलोचना की। (भाषा)