नई दिल्ली। कोरोना काल में मरीजों और उनके परिजनों को अस्पतालों में बेड्स, ऑक्सीजन और दवाइयों के लिए जुझना पड़ रहा है। इस मुश्किल घड़ी में रेलवे ने 7 राज्यों में सैकड़ों डिब्बों को कोविड केअर सेंटर में बदलकर कोरोना मरीजों को राहत की सांस लेने में मदद की है।
रेलवे ने कोविड-19 के सामान्य मरीजों के उपचार के वास्ते उसके पृथक-वास डिब्बों को देश के 7 राज्यों के 17 स्टेशनों पर तैनात किया गया है। उसने विभिन्न राज्यों को 298 डिब्बे सौंपे हैं और उनमें 4700 से अधिक बिस्तर हैं। इन डिब्बों में ऑक्सीजन की भी व्यवस्था की गई है। इन्हें मिलाकर रेलवे अब तक 4400 कोविड केअर कोचों में 70,000 आइसोलेशन बेड्स उपलब्ध करा चुका है।
महाराष्ट्र में कुल 60 डिब्बे तैनात किए गए हैं और नंदुरबार में 116 मरीज भर्ती किए गए एवं ठीक होने पर राज्य के स्वास्थ्य अधिकारियों ने उन्हें छुट्टी दे दी, फिलहाल 23 मरीज उनका उपयोग कर रहे हैं। रेलवे ने यह भी कहा कि उसने 11 कोविड केयर डिब्बे राज्य के इनलैंड कंटेनर डिपो में तैनात किए हैं और उन्हें नागपुर नगर निगम को दिए हैं। वहां 9 मरीज भर्ती किए गए और पृथक वास के बाद उन्हे छुट्टी दे दी गई।
फिलहाल पालघर में 21 आइसोलेशन कोच प्रदान किए गए और उन्हें उपयोग मे लाया जा रहा है। इन कोचों में कोरोना मरीजों के लिए 378 बेड्स उपलब्ध कराए गए हैं। इसके साथ ही डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के लिए भी अगर कोचों का इंतजाम किया गया है।
रेलवे का मिशन ऑक्सीजन : रेलवे ने 19 अप्रैल से अब तक 54 ऑक्सीजन ट्रेनों से 220 टैंकरों के माध्यम से करीब 3400 टन तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन विभिन्न राज्यों में पहुंचाई है। अब तक उसने दिल्ली में 1427 टन, महाराष्ट्र में 230 टन, उत्तर प्रदेश में 968 टन, मध्यप्रदेश में 249 टन, तेलंगाना में 123 टन और राजस्थान में 40 टन तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन पहुंचाया। फिलहाल 26 टैंकर 417 टन तरल चिकित्सकीय ऑक्सीजन लेकर दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और हरियाणा जा रहे हैं।