नई दिल्ली। उद्योगपति मुकेश अंबानी के नेतृत्व वाली रिलायंस इंडस्ट्रीज की परोपकारी संस्था 'रिलायंस फाउंडेशन' ने अपने कर्मचारियों के टीकाकरण के वास्ते जॉनसन एंड जॉनसन टीके की खुराक आयात करने के लिए सरकार से अनुमति मांगी है। सूत्रों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि रिलायंस फाउंडेशन ने देश में अपने कर्मचारियों के टीकाकरण और आंतरिक उपयोग के लिए अमेरिकी कंपनी जॉनसन एंड जॉनसन टीके की 20 लाख खुराकों का आयात करने की सरकार से अनुमति मांगी है।
सूत्रों ने बताया कि केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय से हाल ही में किए गए एक संवाद में रिलायंस फाउंडेशन ने कहा कि जॉनसन एंड जॉनसन के आयातित टीके का इस्तेमाल केवल संगठन के भीतर ही किया जाएगा और व्यावसायिक उद्देश्य के लिए इसका उपयोग नहीं किया जाएगा।
संगठन ने कहा है कि वह भविष्य में अन्य टीका उत्पादकों से टीके आयात करने की संभावनाओं का भी पता लगा सकता है और इसका उपयोग केवल आंतरिक उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के अध्यक्ष मुकेश अंबानी की पत्नी नीता अंबानी के नेतृत्व में रिलायंस फाउंडेशन की स्थापना 2010 में आरआईएल की विभिन्न परोपकारी पहलों को गति प्रदान करने के लिए की गई थी।
फाउंडेशन ने सरकार से कहा है कि इस अभूतपूर्व महामारी के दौरान, उसने कोविड-19 अस्पतालों और देखभाल केंद्रों की स्थापना कर और मुफ्त भोजन प्रदान करके समाज को राहत प्रदान करने के लिए हरसंभव प्रयास किया है।
एक सूत्र ने रिलायंस फाउंडेशन द्वारा मंत्रालय को किए गए संवाद के हवाले से कहा, रिलायंस फाउंडेशन सीमित उपयोग के उद्देश्य से और पूरे भारत में हमारे कर्मचारियों के टीकाकरण और आंतरिक इस्तेमाल के उद्देश्य से अमेरिका से जॉनसन एंड जॉनसन के कोविड-19 टीके का आयात करेगा। इस टीके का इस्तेमाल केवल संगठन के भीतर ही किया जाएगा, न कि व्यावसायिक उद्देश्य के लिए।(भाषा)