लंदन स्कूल ऑफ हाइजीन एंड ट्रॉपिकल मेडिसिन (एलएसएचटीएम) के विश्लेषण में कहा गया है कि जिस दर से वर्तमान में इंग्लैंड में संक्रमण बढ़ रहा है, उसका नतीजा अंततः अस्पतालों में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में भारी वृद्धि के रूप में निकलेगा।
विश्लेषण से जुड़े वैज्ञानिकों ने कहा है कि देश में जो स्थिति है, उसे देखकर लगता है कि यदि लोगों के सामाजिक रूप से एकत्र होने पर रोक नहीं लगाई गई तो अगले साल जनवरी से ब्रिटेन को ओमिक्रॉन से उत्पन्न एक बड़ी लहर का सामना करना पड़ सकता है।