एक सूत्र ने कहा कि आवेदन के मुताबिक वह स्वस्थ भारतीय वयस्कों में ‘कोविडशील्ड’ की सुरक्षा और प्रतिरक्षा प्रणाली विकसित होने का पता लगाने के लिए बिना क्रम के (रैंडमाइज्ड) नियंत्रित अध्ययन करेगी, जो ऑब्जर्वर-ब्लाइंड होगा यानी जिस पर परीक्षण हो रहा है और जो कर रहा है, दोनों को नहीं पता होगा कि क्या दवा दी जा रही है। कंपनी ने कहा कि अध्ययन में 18 साल से अधिक उम्र के करीब 1600 प्रतिभागियों को शामिल किया जाएगा।
आस्ट्राजेनेका के साथ साझेदारी के संबंध में एसआईआई के सीईओ अडार पूनावाला ने कहा था कि एसआईआई ने ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा विकसित किए जा रहे कोविड-19 के टीके की एक अरब खुराक के उत्पादन और आपूर्ति के लिए आस्ट्राजेनेका के साथ साझेदारी की है। उन्होंने कहा था कि ये टीके भारत और दुनिया के मध्यम तथा अल्प आय वाले देशों के लिए होंगे।