कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के लगातार बढ़ते मामलों के बाद अब केंद्र सरकार ने एडवाइजरी कर इसे वैरिएंट ऑफ कसर्न यानि कोरोना का चिंताजनक वैरिएंट घोषित कर राज्यों को सतर्क किया है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र और केरल को डेल्टा प्लस वैरिएंट से सतर्क रहने की सलाह दी है। महाराष्ट्र के बाद अब मध्यप्रदेश में कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के मामले लगातार बढ़ते जा रहे है। कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट को अब तक सबसे शक्तिशाली वैरिएंट बताया जा रहा है।
कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट वैरिएंट क्या है? और क्यों यह इतना खतरनाक है? यह आज देश में सबसे अधिक चर्चा के केंद्र में है। क्या कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट पर वैक्सीन का असर नहीं होगा? और क्या कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट के चलते देश कोरोना की तीसरी लहर की चपेट में आएगा? ये कुछ ऐसे सवाल है कि आज सबके मन में उठ रहे है। इन सवालों को लेकर वेबदुनिया ने कोरोनावायरस पर लगातार स्टडी कर रहे बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के जूलॉजी विभाग के प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे से खास बातचीत की।
डेल्टा प्लस वैरिएंट वैरिएंट क्या है?- देश में दूसरी लहर में कहर मचाने वाला कोरोना का डेल्टा वैरिएंट अब म्यूटेट होकर डेल्टा प्लस वैरिएंट में बदल गया है। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के साइंटिस्ट प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे कहते हैं कि कोरोना वायरस लगातार म्यूटेट कर रहा है और अब तक कोरोना वायरस में स्पाइक प्रोटीन 8 म्यूटेशन हो चुके है। देखा जा रहा है कि वायरस में लगातार म्यूटेशन हो रहे है और वह अपने सर्वाइवल के लिए लगातार म्यूटेशन कर रहा है जो लोगों को संक्रमित कर सकता है। पहले डेल्टा वैरिएंट् में जो म्यूटेशन हुआ था वह बहुत अधिक लोगों को इफेक्ट करता था।
वहीं अब डेल्टा वैरिएंट ने अफ्रीकी वैरिएंट के साथ म्यूटेशन कर डेल्टा प्लस वैरिएंट में बदल गया है। जो इम्यूनिटी वाले लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। यानि जो लोग कोरोना से ठीक हो चुके है या जिनको वैक्सीन लगने के बाद इम्युनिटी आ चुकी है उनको भी संक्रमित कर सकता है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट क्यों खतरनाक?- कोरोना डेल्टा वैरिएंट पहले से ही बहुत अधिक इफेक्टिव था वहीं अब यह अफ्रीकी वैरिएंट के साथ मिलकर और खतरनाक हो गया है। डेल्टा वैरिएंट पहले ही बहुत तेजी से लोगों को संक्रमित करता था वहीं अब इसने अफ्रीकी म्यूटेशन ले लिया,ऐसे में वह लोग जिनको वैक्सीन का सिंगल डोज लगा है और जिसमें बहुत कम एंटीबॉडी बनी है उनको संक्रमित कर सकता है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट पर वैक्सीन का असर होगा?- कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट पर वैक्सीन के असर को लेकर उठ रहे सवालों पर प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे कहते हैं कि डेल्टा प्लस वैरिएंट वैक्सीनेटड हो चुके लोगों को थोड़ा बहुत संक्रमित कर सकता है लेकिन ऐसे लोगों की मृत्यु या अस्पताल में एडमिट होने की संभावना बहुत कम है।
डेल्टा प्लस वैरिएंट से आएगी तीसरी लहर?-देश में लगातार मिलते कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट से क्या कोरोना की तीसरी लहर आ सकती है? इस सवाल पर सांइटिस्ट ज्ञानेश्वर चौबे कहते हैं कि डेल्ट प्लस वैरिएंट की पुरानी हिस्ट्री देखे तो सबसे पहले नेपाल में रिपोर्ट किया गया था इसके बाद विश्व के कई देशों में इसके मामले सामने आए।
वहीं अगर ब्रिटेन में आ रहे कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के केस को देखे तो पिछले चार से पांच दिनों में वहां केसों में कमी आ रही है। इसलिए मेरे विचार से कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट बहुत ज्यादा सर्वाइव नहीं कर पा रहा है। अब तक स्टडी यहीं बता रही है कि नेचर इसको बहुत सपोर्ट नहीं कर रहा है इसलिए इसकी संक्रमण की रफ्तार भी कम है। इसलिए भारत के लिहाज से आने वाले एक से दो हप्तों में स्थिति स्पष्ट हो जाएगी कि इसका भविष्य क्या होगा।
प्रोफेसर ज्ञानेश्वर चौबे महत्वपूर्ण बात कहते हैं कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट नेचर में कितना अधिक सर्वाइव करेगा यह देखना होगा। अब तक की स्टडी को देखकर जहां तक मुझे लगता है कि नेचर इसको सर्पोट नहीं कर रहा है और हमें अगले 15-20 दिन इस पर बहुत नजर रखनी होगी। जहां तक मुझे लगता है कि कोरोना का डेल्टा प्लस वैरिएंट हमारे लिए बहुत अधिक खतरनाक होगा और कोरोना के डेल्टा प्लस वैरिएंट के चलते कोरोना की तीसरी लहर नहीं आएगी।