पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों कोरोनावायरस के चपेट में आने वाले विश्व नेताओं की फेहरिस्त में शामिल हो गए हैं। मैक्रों के अलावा कई देशों के प्रमुख नेता इस संक्रामक रोग से संक्रमित हो चुके हैं और फिर संक्रमण को मात भी चुके हैं। अमेरिका, ब्राजील, ब्रिटेन, भारत समेत कई देशों के शीर्ष नेता इस संक्रमण से बीमार पड़ चुके हैं। फ्रांस में राष्ट्रपति आवास 'एलईसी पैलेस' ने गुरुवार को बताया कि जैसे ही राष्ट्रपति मैक्रों को लक्षण दिखे, उन्होंने फौरन जांच कराई।
मैक्रों बार-बार कहते आए हैं कि वे महामारी के दौरान सफाई प्रोटोकॉल का कड़ाई से पालन कर रहे हैं और किसी से हाथ नहीं मिला रहे हैं, मास्क पहन रहे हैं तथा लोगों से दूरी बनाकर रख रहे हैं। 'एलईसी पैलेस' ने कहा कि राष्ट्रपति 7 दिन तक पृथक रहेंगे। इससे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अक्टूबर में कहा था कि वे तथा उनकी पत्नी मेलानिया ट्रंप कोविड-19 से संक्रमित हो गए हैं। ट्रंप को 3 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा था। उन पर आरोप लग रहा था कि वे वायरस को कमतर आंक रहे हैं।
अधिकारियों ने बताया कि कोविड-19 की चपेट में आने वालों में ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन भी हैं। वे संक्रमित होने वाले पहले प्रमुख नेता थे। उन्हें अप्रैल में अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा था, जहां उन्हें आईसीयू में रखा गया था और ऑक्सीजन दी गई थी।
बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकासेंको ने जुलाई में बताया था कि उनके कोविड-19 से संक्रमित होने की पुष्टि हुई है लेकिन उनमें कोई लक्षण नहीं है। उन्होंने वायरस को लेकर चिंताओं को मनोविकृति बताकर खारिज कर दिया था और लोगों को स्वस्थ रहने के लिए वोडका पीने की सलाह दी थी। बेलारूस उन चंद देशों में शामिल हैं, जहां संक्रमण के खिलाफ कोई व्यापक उपाय नहीं किए गए। आर्मेनिया के प्रधानमंत्री निकोल पशिनयान और रूस के प्रधानमंत्री मिखाइल मिशुस्तिन भी संक्रमित हुए थे।
ईरान के वरिष्ठ उपराष्ट्रपति इसहाक जहांगिरी और उपराष्ट्रपति मासूमा इबतेकार भी कोरोनावायरस से संक्रमित हुई थीं। ईरान के कई मंत्री भी इस बीमारी की चपेट में आए हैं। इसराइल के स्वास्थ्य मंत्री याकोव लिट्समन अप्रैल में संक्रमित हुए थे और बाद में ठीक हो गए थे। दक्षिण अफ्रीका, दक्षिण सूडान, गैम्बिया और गिनी-बिसाऊ में प्रमुख नेता कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। (भाषा)