भोपाल। मध्यप्रदेश में कोरोना ने अब खतरनाक रफ्तार पकड़ ली है। प्रदेश में पिछले 24 घंटे में 221 नए केस सामने आए है। जिसमें सर्वाधिक 110 मामले इंदौर के और 54 केस भोपाल के है। इसके साथ प्रदेश में कोरोना के एक्टिव केस 774 हो गए है। प्रदेश में कोरोना के केस किस तेजी से बढ़ रहे है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 21 नवम्बर को केवल 85 केस थे। वहीं प्रदेश में ओमिक्रॉन के 11 केस आ चुके है।
कोरोना की तीसरी लहर की शुरुआत- इतने बड़े पैमाने पर कोरोना के केस आने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। इंदौर और भोपाल के साथ प्रदेश के अन्य जिलों में भी कोरोना के केस आ रहे है और आने वाले दिनों में केसों की संख्या और बढ़ेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोरोना के केस तेजी से बढ़ रहे हैं, इसलिए तीसरी लहर से बचने की पूरी तैयारी रखने की जरूरत है। मुख्यमंत्री ने कहा कि ओमिक्रान से पॉजिटिव लोगों में गंभीर संक्रमण नहीं देखने को मिल रहा है इसका कारण वैक्सीन है।
स्कूल, कॉलेज ऑफलाइन चलते रहेंगे- प्रदेश में कोरोना के केस बढ़ने के बाद भी प्रदेश में स्कूल और कॉलेज फिलहाल ऑफलाइन चलते रहेंगे। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दो सालों में ऑनलाइन से पढ़ाई की कोशिश की गई लेकिन ऑनलाइन और स्कूल को पढ़ाई में अंतर होता है, इसलिए कोशिश यही है कि स्कूल और कॉलेज खुले रहे। इसके साथ मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रदेश में आर्थिक गतिविधियां पूरी तहर चलती रहेगी और बाजार भी खुलें रहेंगे।
मध्यप्रदेश में बच्चों का वैक्सीनेशन शुरू- वहीं दूसरी ओर प्रदेश में आज से 15-18 साल के बच्चों के वैक्सीनेशन का काम शुरु हो गया है। भोपाल में वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ करते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि 20 जनवरी तक 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है। आज प्रदेश में पहले दिन 12 लाख बच्चों के वैक्सीनेशन का लक्ष्य रखा गया है। प्रदेश में 8 हजार 667 सेंटरों पर 48 लाख बच्चों का वैक्सीनेशन होगा।