Uttar Pradesh Coronavirus Update : उत्तरप्रदेश में 24 घंटे में 37 लोगों की मौत, अब तक 1229 की जान गई

Webdunia
बुधवार, 22 जुलाई 2020 (00:58 IST)
लखनऊ। उत्तरप्रदेश में पिछले 24 घंटों के दौरान 37 और कोविड-19 मरीजों की मौत के साथ प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण से मरने वालों की संख्या बढ़कर 1229 हो गई है। इसी अवधि में प्रदेश में संक्रमण के 2151 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी। 
 
स्वास्थ्य विभाग की तरफ से मंगलवार को जारी बुलेटिन के मुताबिक पिछले 24 घंटों के दौरान प्रदेश में कोविड-19 संक्रमित 37 और लोगों की मौत हो गई है।
 
कानपुर में सबसे ज्यादा मरीज : सबसे ज्यादा 8 मौतें कानपुर नगर में हुईं। बुलेटिन में कहा गया है कि इसके अलावा लखनऊ में पांच, मुरादाबाद में चार, उन्नाव में तीन, मेरठ और झांसी में दो-दो और हमीरपुर, बागपत, कन्नौज, कौशांबी, हरदोई, देवरिया, संत कबीर नगर, प्रयागराज, बिजनौर, बुलंदशहर, रामपुर, वाराणसी और गाजियाबाद में एक-एक मरीज की मौत हो गई। कानपुर नगर में सबसे ज्यादा 230 मरीज पाए गए हैं। इसके अलावा लखनऊ में 212, झांसी में 151, वाराणसी में 95 और मुरादाबाद में 90 नए मरीज सामने आए हैं।
 
 इस अवधि में 1024 मरीज पूरी तरह ठीक भी हुए हैं। प्रदेश में अब तक 31855 लोग पूरी तरह उपचारित होकर घर जा चुके हैं। प्रदेश में इस समय उपचाराधीन मामलों की कुल संख्या 20204 है।  
 
21 से 40 की उम्र के सबसे ज्यादा संक्रमित : सहारनपुर में अभी तक कोरोना संक्रमण के 621 मामले सामने आए हैं जिसमें खास बात यह कि 21 से 40 वर्ष की आयु के युवा वर्ग के लोगों की संख्या 351 है। दस वर्ष से कम उम्र के 24 बच्चे संक्रमित हुए हैं जबकि 11 से 20 वर्ष के 95 बालक और युवक संक्रमित हुए हैं। 41 से 60 वर्ष के संक्रमित लोगों की संख्या 34 है और 59 लोग ऐसे संक्रमित हुए हैं जिनकी उम्र 61 साल से अधिक है।
 
लापरवाही बड़ा कारण : सहारनपुर के जिला नोडल अधिकारी शिवांका गौड़ का कहना है कि युवाओं के ज्यादा संक्रमित होने का कारण लापरवाही है और उन्होंने सावधानियां नहीं बरती हैं जबकि बच्चों को लेकर उनके परिजनों ने पूरे ऐहतियात नहीं बरते। यही स्थिति 60 वर्ष से ज्यादा के लोगों की भी रही।
 
जाहिर है लापरवाही इस संक्रमण का सबसे बड़ा कारण बन रही है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी बीएस सोढ़ी ने कहा कि युवकों को अच्छे किस्म के मास्क पहनने चाहिए। सोशल डिस्टेसिंग का पालन करना चाहिए और फालतू में इधर-उधर कहीं आना-जाना नहीं चाहिए।

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