देहरादून। उत्तराखंड में देहरादून कोरोना का हॉटस्पॉट बनता जा रहा है। कोरोना पॉजिटिवों का 50 प्रतिशत मरीज केवल देहरादून में मिले हैं। पहली और दूसरी लहर की शुरुआत भी राज्य में देहरादून से ही हुई थी। दिल्ली के साथ ही देश के कई राज्यों से बड़ी संख्या में लोग राजधानी देहरादून पहुंचते हैं जबकि राज्य के सभी जिलों का भी दून से जुडाव है।
हर दिन बड़ी संख्या में लोग दून से इधर-उधर के जिलों में जाते हैं। ऐसे में राजधानी का बढ़ता संक्रमण जल्द ही अन्य जिलों को भी अपनी चपेट में ले सकता है। ऐसे में राजधानी में संक्रमण रोकने के साथ ही संक्रमण अन्य जिलों में न फैले इस पर फोकस करने की आवश्यकता है। विधानसभा के चुनाव के मद्देनजर आगामी दिनों में बड़ी संख्या में राजनीतिक रैलियां, जनसभाएं व अन्य आयोजन होने से यह खतरा और बढ़ने के संकेत साफ़ हैं।
नैनीताल में भवाली-अल्मोड़ा हाईवे स्थित गंगरकोट सुयालबाड़ी के जवाहर नवोदय विद्यालय में शनिवार को 82 विद्यार्थी कोरोना पॉजिटिव पाए गए।
क्षेत्र के राजकीय प्राथमिक विद्यालय सौनगांव में तैनात शिक्षक की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। बीते बुधवार और गुरुवार को 11 छात्र-छात्राओं के साथ विद्यालय के प्रधानाचार्य की रिपोर्ट भी संक्रमित आई थी, जिन्हें अलग-अलग होस्टल में आइसोलेट किया गया है। इनकी देखभाल डॉक्टरों की टीम कर रही है। सीएचसी गरम पानी के कोविड सैंपल प्रभारी मदन गिरी गोस्वामी ने बताया कि विद्यालय के 82 विद्यार्थी कोरोना संक्रमित आए हैं। विद्यालय के 70 प्रतिशत बच्चे बुखार, खांसी और नाक बंद से पीड़ित हैं।
राप्रावि सौनगांव में तैनात दूसरे शिक्षक भी कोरोना संक्रमित आए हैं। क्षेत्र में लगातार कोरोना संक्रमण बढ़ने से स्वास्थ्य विभाग की टीम भी सकते में आ गई है। प्रशासन भी क्षेत्र में बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए लोगों को मास्क, सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी बनाने को लेकर जागरूक कर रहा है। कोश्या कुटोली के एसडीएम राहुल साह का कहना है कि नवोदय विद्यालय को माइक्रो कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है।
नैनीताल के DM धीराज गर्ब्याल ने बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय के होस्टल में रहने वाले 450 बच्चों की सैंपलिंग के बाद 85 बच्चे पॉजिटिव पाए गए हैं। एक बार फिर बच्चों की सैंपलिंग की जाएगी। जांच परिणाम आने के बाद बच्चों को घर भेजा जाएगा। रविवार को राज्य में 259 कोरोना के केस सामने आए हैं।