दिशा-निर्देशों में स्पष्ट किया गया है कि एहतियाती खुराक में उसी टीके का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, जो प्राथमिक टीकाकरण में लगाया गया था। इसमें कहा गया है कि 2010 या उससे पहले पैदा हुए सभी बच्चे, जिनकी उम्र 12 साल हो चुकी है, कोविन पोर्टल पर पंजीकरण करा सकेंगे।