Music in the time corona: ज‍िंदगी की कहानी है ‘व्‍हाट अ वंडरफुल वर्ल्‍ड’, सुने और ज‍िंदा रहने की उम्‍मीद को बड़ा कीज‍िए

कुछ कि‍ताबें जीने की प्रेरणा देती है, कुछ फि‍ल्‍में और कुछ संगीत भी। कुछ गाने तो ज‍िंदा रहने के जज्‍बे का प्रतीक बन जाते हैं। ऐसी धुनों से दुन‍िया को जीने की प्रेरणा मि‍लती है, ज‍िंदगी का उत्‍साह जागता है।

कोरोना का संकट हो और आप अपने घर में लॉकडाउन में कैद हो तो अच्‍छा संगीत अवसाद और तनाव से आपको बचाएगा।

लुई आर्म्सट्रांग की एक ऐसी ही रचना है जो इस संकट में हमें खुश रखेगी औरी जीने की उम्‍मीद जगाएगी।  

अभी-अभी 2019 का दिसंबर खत्म हुआ है, हम साल 2020 में हैं। सितंबर 1967 में लुई आर्म्सट्रांग ने ‘व्‍हॉट अ वंडरफुल वर्ल्‍ड’ गाना गाया था। करीब 50 साल पहले रचे इस गाने को सुनकर एक 21 साल का लड़का लिखता है- 'मेरे ग्रैंडफादर की मौत हो गई, कल शाम उनके फ्यूनरल में यह गाना बजाया गया, लुई आर्म्सट्रांग का यह गीत उस दुनिया का प्रतिनिधित्व करता है, जिस दुनिया को मेरे ग्रैंडफादर ने दूसरे विश्वयुद्ध के दौरान बचाने की कोशिश की थी’

संगीत आत्मा के सबसे अंतिम छोर को छू लेता, वो मन के सारे अंधेरों में प्रवेश कर वहां उजाले फैलाता है, लेकिन अगर कोई अपने म्यूजिक में या अपने किसी गीत को ही अपनी आत्मा में तब्दील कर दुनिया में छोड़ जाए तो वो आत्मा झूमती हुई देह बनकर दुनिया में गूंजती रहती है।

‘व्हॉट अ वंडरफुल वर्ल्ड’ गीत में लुई आर्म्सस्ट्रांग ने यही काम किया है, अपनी मौत के ठीक एक साल पहले जब उसने यह गीत बनाकर रिकॉर्ड किया तो अपनी रूह का ज्यादातर हिस्सा वो इस गीत में दर्ज कर गया। इसमें सुर के साथ अपनी रूह भी पिरो गया। अगर ऐसा नहीं होता तो लुई आर्म्सट्रांग के मरने के करीब 50 साल बाद उसके गीत ‘व्‍हॉट अ वंडरफुल वर्ल्ड को सुनकर हमें वो रुमानियत हासिल नहीं होती, जो हमें आज भी महसूस होती है।

जैज सिंगर लुई डेनियल आर्म्‍सस्‍ट्रांग अश्‍वेत थे, ट्रम्‍पैट बजा-बजाकर उनके होठ भी खराब हो गए थे, अमेरिका में अपनी ‘ब्‍लैक’ पहचान के साथ वे एक अग्‍ली चेहरा थे, लेकिन अपने संगीत में उन्‍होंने हरे और लाल गुलाब के फूल खिलते हुए देखे, उन फूलों को उन्‍होंने सबके लिए खिलते मुस्‍कुराते हुए देखा। इसलिए उनकी नजर में दुनिया कितनी अद्भुत है, कितनी खूबसूरत है। दिन एक उजाला है और रात एक पवित्र अंधेरा।

लुई का यह गीत हम सबकी जिंदगी की कहानी है, वो हमें तब- तब याद आता है जब हम किसी सड़क, किसी गली से अकेले गुजर रहे हैं, और फूलों को देख रहे हैं, यह गीत हमारे नॉस्‍टेलजिया का गीत है, हमारी प्रेम कहानी का गीत है, उन कहानियों का गीत है जो हमारे दोस्‍तों के साथ किसी अतीत में घटी थी।

धीमे- धीमे नीले आसमान में बादलों के साथ बहते हुए रैंबो के रंग की तरह खिलती-निखरती हुई जिंदगी का गीत। व्‍हॉट अ वंडरफुल वर्ल्‍ड। यह गीत हमें एक ऐसी दुनिया में ले जाता है, जहां हमारे पास शब्‍दों की सीमा खत्‍म हो जाती है और तब हम सिर्फ अपनी भावनाओं में ही अभिव्‍यक्‍त होना चाहते हैं। लुई इस गीत के रूप में दुनिया को उम्‍मीद दे गया। एक भरी-पूरी और उजली-उजली सुंदर दुनिया का गीत।

दरअसल, लुई आर्म्‍सट्रांग 1900 में पैदा हुआ था और 70 के दशक की शुरुआत में उसकी मृत्‍यु हो गई। यानी पिछले 50 सालों से लुई आर्म्‍सट्रांग इस दुनिया में नहीं है, लेकिन उसके इस गीत को आज भी इसलिए सुना जाता है क्‍योंकि दुनिया अब भी इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है कि लुई दुनिया में नहीं है।

वो पहला ‘ब्‍लैक सिंगर’ था, जिसके जैज म्‍युजिक की दुनिया में कदम रखते ही पूरा अमेरिका उसके प्‍यार में पड़ गया। लुई का संगीत ही शायद वो वजह रही होगी, जिसके कारण वो अमेरिका जैसे देश में नस्‍लीय गौरव का प्रतीक बनकर उभरा।

लुई आर्म्‍सट्रांग का म्‍यूजिक और वो खुद अमेरिका में रह रहे कई ‘ब्‍लैक’ के लिए एक उम्‍मीद और आशा की तरह था, अब भी अमेरिका में किराये के घर और कमरों में रहने वाले अफ्रीकन्‍स उसका गाना ‘व्‍हॉट अ वंडरफुल वर्ल्‍ड’ बजाकर क्रिसमस और न्‍यू ईयर सेलिब्रेट करते हैं, जब किसी की मौत हो जाती है तो वहां लुई का म्‍यूजिक उनकी फ्यूनरल में प्‍ले किया जाता है। इस पूरे दृश्‍य के पीछे दरअसल खुद लुई आर्म्‍सस्‍ट्राग की जिंदगी की कहानी का प्‍लाट छुपा हुआ है।

1900 में लुसियाना के न्‍यू ऑरलिंस में लुई अपनी भयावह गरीबी के बीच पैदा हुआ, तब अमेरिका में ‘जैज’ म्‍यूजिक भी अपने बचपने में था। जिस वक्‍त वो खाने-कमाने के लिए ‘ट्रम्‍पेड’ बजाना सीख रहा था, ठीक उसी दौरान ऑरलिंस की गलियों में गुजरते हुए वहां के वैश्‍यालयों में बजने वाला ‘जैज’ भी उसके कानों में गूंजता रहता था। वो उस दौर के कार्निस्‍ट किंग ऑलिवर से भी बेहद इंप्रेस था।

1924 के आसपास ‘ऑलिवर्स बैंड’ के कार्नेट प्‍लेयर के रूप में लुई को काफी प्रसिद्धि मिली। हालांकि बाद उसने ऑलिवर्स बैंड छोड़ दिया और न्यूयॉर्क में शो करने लगा। शिकागो समेत कई शहरों में लुई की परफॉर्मेंस ने उसे उस दौर का सबसे बेहतरीन सोलो जैज आर्टिस्‍ट बना दिया। यह अमेरिका में रिकॉर्डिंग की शुरुआत का भी दौर था। जैज, स्‍विंग और ट्रेडिशनल पॉप में अपनी अलग स्‍टाइल और उसमें ट्रम्‍पेड के इस्‍तेमाल ने लुई के संगीत को बेहद लोकप्रिय और मैलोडियस बना दिया।

1929 के आसपास लुई एक स्‍थापित एंटरटेनर हो गया था। शिकागो से न्‍यूयॉर्क आने के बाद उसने अमेरिका और योरप में कई टूर किए। उस समय उसके सोलो ‘देट्स माय होम’, ‘बॉडी एंड सोल’ और ‘स्‍टार डस्‍ट’ जैसे मास्‍टरपीस गानों ने उसे सितारे ही हैसियत दी। इस समय तक तो लुई आर्म्‍सट्रांग एक ट्रम्‍पेटर, जैज सिंगर, सोलोइस्‍ट और कॉमेडियन के तौर पर भी चर्चित हो गया था।

गरीबी में पैदा हुए, एक यहुदी परिवार के संरक्षण में बडे हुए और ब्रोथल्‍स में बजने वाला जैज म्‍यूजिक सुनकर सीखने वाले लुई आर्म्‍सस्‍ट्रांग ने अपनी मृत्‍यु के ठीक एक साल पहले 1967 में ‘व्‍हॉट अ वंडरफुल वर्ल्‍ड’ रिकॉर्ड किया था, लेकिन साल 1987 तक इस गाने को कोई नहीं जानता था, एक फिल्‍म ‘गुड मॉर्निंग वियतनाम’ में दूसरी बार साउंडट्रैक में शामिल करने के बाद यह गाना लुई आर्म्‍सस्‍ट्रांग की सिग्‍नेचर ट्यून बन गया।

लुई के जिंदा रहते इस गाने को कोई नहीं जानता था, लेकिन उसके मरने के बाद निराशा और हताशा से भरी इस दुनिया में ‘व्‍हॉट अ वंडरफुल वर्ल्‍ड’ एक उजाले की धुन की तरह गूंज रहा है।

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