परिजन भी ध्यान रखें : विद्यार्थी आत्मघाती कदम न उठाएं इसके लिए उन्हें और परिजनों को खास ध्यान रखना होगा। डॉ. राजदान कहते हैं कि विद्यार्थी पहले से ही परीक्षा की अच्छी तैयार करें, परीक्षा से डरें नहीं, परीक्षा से पहले अच्छी नींद लें, अभिभावक बच्चों की अच्छे से देखरेख करें, उनके खाने-पीने का ध्यान रखें, जरूरत से ज्यादा अपेक्षा बच्चों पर न थोपें, सिर्फ इतना कहें कि वह अच्छे से अच्छा करे, परसेंटेज को लेकर उस पर कोई दबाव न बनाएं। यदि बच्चे फेल हो भी जाते हैं तो उन्हें समझाएं कि इतने भर से जिंदगी खत्म नहीं हो जाती। बहुत से लोग पढ़ाई में अच्छे नहीं होते, लेकिन आगे जाकर जीवन में बड़ी सफलताएं अर्जित करते हैं। दरअसल, बच्चे बहुत ही संवेदनशील होते हैं, उनके दोस्तों के सामने उन्हें भूलकर भी न डांटें। दोस्तों के सामने कोई ऐसा कमेंट भी नहीं करे, जिससे उन्हें बुरा लगे।