सड़े-गले और बदबूदार नोट पकड़ा रही हैं बैंकें...

बुधवार, 30 नवंबर 2016 (16:37 IST)
देश की जनता नोटबंदी के बाद नकदी के लिए एटीएम और बैंकों के बाहर लाइनों में खड़ी है। अपने ही खातों से रुपए निकालने के लिए उन्हें घंटों का इंतजार करना पड़ रहा है। इतने इंतजार के बाद भी बैंक सड़े-गले और फटे-पुराने नोट देकर लोगों की परेशानियों को बढ़ा रहे हैं। इन पुराने नोटों की स्थिति और उनमें से आ रही बदबू से लोगों के स्वास्थ्य पर भी विपरीत प्रभाव पड़ सकता है। नोटबंदी के बहाने वे पुराने नोट ग्राहकों को पकड़ा रही हैं। 
8 नवंबर से केंद्र सरकार द्वारा 500 और 1000 के नोट अमान्य होने के बाद लोग एटीएम और बैंकों की कतारों में लगे हुए हैं। हर रोज केंद्र सरकार के नए फैसले लोगों की मुसीबत को बढ़ा रहे हैं, वहीं बैंकों से ग्राहकों को 100, 50, 20 और 10 के सड़े-गले नोट दिए जा रहे हैं। सरकार द्वारा घोषणा की गई थी कि जनता की सुविधा के लिए 500 और 2000 के नए नोट जल्द बैंकों और एटीएम में पहुंचाए जाएंगे, लेकिन इस घोषणा का असर नहीं दिखाई दे रहा है। नकदी की परेशानी से जूझ रही जनता के लिए ऐसे नोटों को लेना मजबूरी बन गया है। 
 
नोटबंदी के बाद शुरू में 2000 हजार रुपए के नए नोट दिखाई दिए थे, लेकिन वे अचानक से गायब हो गए और अब लोगों को इन छोटे नोटों से परेशानियां हो रही हैं। 500 के नोट भी कई बैंकों में पहुंच नहीं पाए हैं। इन नोटों की स्थिति इतनी दयनीय है कि गिनती करने में इनके फटने का डर बना रहता है और इनमें से इतनी बदबू आ रही है, जैसे कि ये कई दिनों से स्टॉक में रखे हुए थे। 
 
खुल्ले में दे रहे हैं बड़ी राशि : बैंक से रुपए‍ निकालने गए अनिल सुनहरे ने अपनी परेशानी के बारे में बताया कि वे बैंक खाते से 10 हजार रुपए निकालने गए थे। उन्हें 10 रुपए के नोट के रूप में 10 हजार रुपए की राशि दी गई। उन्होंने बताया कि इन नोटों में से कई में तो होली के रंग और स्याही लगे थे वहीं कई नोट सेलो टैप से चिपकाए गए थे और इन नोटों में से बदबू आ रही थी। ऐसे नोटों को ले जाना एक परेशानी वाला काम था। कई बैंकें तो खुल्ले चिल्लर के रूप में भी बड़ी राशि ग्राहकों को दे रही हैंं जिन्हें साथ ले जाने में लोगों को परेशानी आ रही है। 

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