आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, इस बैठक में भाग लेने के लिए 15 अर्थशास्त्री और आर्थिक विशेषज्ञ आमंत्रित किए गए हैं। नोटबंदी के बाद पहली बार मोदी आर्थिक विशेषज्ञों से चर्चा करेंगे। इस दौरान अगले वित्त वर्ष के आम बजट पर भी चर्चा की उम्मीद है।
गत 8 नवंबर की मध्यरात्रि से 500 और एक हजार रुपए के पुराने नोटों का प्रचलन बंद कर दिया गया, जिसका असंगठित क्षेत्र में सबसे अधिक असर देखा गया है। नकदी की तंगी की वजह से इस क्षेत्र में सबसे अधिक लोगों की नौकरियां गई हैं।