रूस बना सबसे बड़ा शिकार : अब तक की जानकारी के अनुसार कंप्यूटर में छिप कर 'रेजीन' जो बहुत सारे काम कर सकता है, उनमें डिस्प्ले के पर्दे की तस्वीर उतारना (स्क्रीन शॉट), पासवर्ड चुराना, सूचना-संचार पर नज़र रखना, महत्वपूर्ण सूचनाओं की नकल उतारना और हॉर्डडिस्क पर की उन जानकारियों को भी फिर से पढ़ सकना शामिल है, जिन्हें वास्तव में मिटा दिया (डीलिट कर दिया) गया था। यह जासूसी सॉफ्टवेयर 2008 से 2011 तक सक्रिय था, 2013 में उसका एक नया संस्करण आया। उसकी जासूसी का सबसे बड़ा शिकार रूस को बनना पड़ा है।