सोनिया का निशाना : मोदी 'प्रचारक', केजरीवाल 'धरनेबाज'

रविवार, 1 फ़रवरी 2015 (15:26 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और आप प्रमुख अरविन्द केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आज यहां कहा कि एक ‘प्रचारक’ हैं और दूसरा ‘धरनेबाज।’ इसके साथ ही उन्होंने मतदाताओं से दिल्ली को ऐसे लोगों से बचाने को कहा जो सिर्फ ‘खोखले वादे’ करते हैं।

उन्होंने कहा, ‘एक पार्टी के पास प्रचारक हैं जो सिर्फ ‘प्रचार’ करते हैं, वहीं दूसरी पार्टी के पास धरनेबाज हैं जो हमेशा धरनों के आयोजन में व्यस्त रहते हैं। दिल्ली को सुशासन की जरूरत है न कि झूठे वादों की..। भाजपा और आप सिर्फ बड़ी-बड़ी बातें कर सकती हैं और खोखले वादे कर सकती हैं।’ 
 
सोनिया ने कहा, ‘बहाने की राजनीति करने वालों से सतर्क रहने की जरूरत है। देश सिर्फ नारेबाजी से नहीं चल सकता।’ दिल्ली विधानसभा के लिए सात फरवरी को होने वाले चुनाव के क्रम में सोनिया बदरपुर के पास मीठापुर में अपनी पहली चुनावी सभा को संबोधित कर रही थीं। 
 
उन्होंने आरोप लगाया कि मोदी सरकार पूर्ववर्ती संप्रग सरकार द्वारा शुरू की गई योजनाओं को ‘कमजोर’ कर रही है। उन्होंने इस क्रम में खाद्य सुरक्षा और भूमि अधिग्रहण का जिक्र किया और कहा कि लोकसभा चुनावों में बड़े स्तर पर किए गए वादों के बावजूद भ्रष्टाचार पर काबू के लिए सरकार कुछ नहीं कर रही है।
 
सोनिया ने विधानसभा चुनाव की तारीख घोषित होने के पहले दिल्ली के कुछ क्षेत्रों में सांप्रदायिक हिंसा होने का मुद्दा भी उठाया और आरोप लगाया कि यह राज्य की ‘सत्ता हासिल’ करने के लिए किया गया था। 
 
कांग्रेस प्रमुख ने कहा, ‘कुछ ऐसी ताकतें हैं जो त्रिलोकपुरी और दिलशाद गार्डन जैसी घटनाओं को अंजाम देती हैं। ऐसी ताकतों को परास्त करना होगा जो नफरत की राजनीति को बढ़ावा देते हैं।’ इसके साथ ही उन्होंने लोगों से धर्मनिरपेक्ष ताकतों को मजबूत बनाने की अपील की।
 
उन्होंने कहा कि 2013 के विधानसभा चुनावों में जब खंडित जनादेश आया तो कांग्रेस ने यह सोचकर सरकार बनाने के लिए आप का समर्थन किया कि वे बेहतर दिल्ली बनाने के अपने वादों को पूरा करेंगे। ‘लेकिन वे सरकार नहीं चला सके.. और भाग गए।’ 
 
सोनिया ने कहा, ‘मैं उनसे (आप) पूछती हूं कि क्या यह उनका काम नहीं है कि भ्रष्टाचार से मुकाबला करें और सस्ता पानी और बिजली मुहैया कराएं। और उसके बाद दूसरी पार्टी (भाजपा) दिल्ली में चुनाव में देर करती रही और राष्ट्रपति शासन के नाम पर यहां शासन जारी रखा।’ 
 
कई ‘सामाजिक और क्रांतिकारी कदम’ उठाने के लिए कांग्रेस नीत पूर्ववर्ती सरकार की सराहना करते हुए सोनिया ने कहा कि मोदी सरकार उन योजनाओं को ‘कमजोर कर’ लोगों से उनके अधिकार छीन रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि ‘उनके झूठे वादों की वास्तविकता’ यह है कि संप्रग सरकार जो खाद्य सुरक्षा कानून लाई थी, ‘मोदी सरकार ऐसे बदलाव लाने पर विचार कर रही है कि इसमें लाभार्थियों की संख्या आबादी के 67 प्रतिशत से घटकर 40 प्रतिशत रह जाएगी।
 
किसानों को संबोधित करते हुए सोनिया ने कहा कि जिन्होंने उन्हें ‘‘सुनहरे सपने’’ दिखाए वे अब उन्हें बीज और उर्वरक से भी वंचित कर रहे हैं।
 
उन्होंने कहा, ‘हम भूमि अधिग्रहण कानून क्यों लाए? हमने यह सुनिश्चित करने के लिए ऐसा किया ताकि किसानों की जमीन को कोई भी जबरदस्ती नहीं ले सके। मोदी सरकार ने क्या किया? उसने अध्यादेश लाकर ऐसा रास्ता बना दिया है जहां कोई भी किसानों की जमीन पर कब्जा कर सकता है।’ 
 
उन्होंने कहा कि देश को आरटीआई कानून देने के लिए हमने कठोर परिश्रम किया लेकिन भ्रष्टाचार मुक्त सरकार की बात करने वालों ने सीआईसी आयुक्त का पद खाली रखा है और भ्रष्ट लोगों को खुली छूट दे दी है।’ 
 
सोनिया ने कहा कि मोदी ने बड़े बड़े वादे किए थे और वह उनसे सवाल करना चाहेंगी, ‘वह काला धन कहां है, जिससे हर नागरिक को 15 लाख रुपए मिलने की बात की गई थी।’
 
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने आरोप लगाया कि आप और भाजपा दोनों का एक ही एजेंडा उनकी पार्टी (कांग्रेस) पर निशाना साधना है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने ‘दिल्ली को उसके हाल पर छोड़ दिया।’ 
 
उन्होंने कहा, ‘सिर्फ आप पर आरोप क्यों लगाएं, यहां तक कि भाजपा सरकार ने अपनी जिम्मेदारी पूरी नहीं की और चुनाव में देर करती रही तथा दिल्ली को उसके हाल पर छोड़ दिया।’ 
 
सोनिया ने कहा, ‘इस एक साल में, कानून व्यवस्था की स्थिति बदतर हो गई और हर चीज आपके सामने है। विशेष तौर पर मेरी बहनों की सुरक्षा और भ्रष्टाचार एवं महंगाई जैसी समस्याओं ने लोगों के जीवन को कठिन बना दिया है।’ उन्होंने कहा, ‘इस स्थिति के लिए कौन जिम्मेदार है...जिन्होंने आपको बीच में छोड़ दिया या जिन्होंने राष्ट्रपति शासन के नाम पर अपना शासन बनाए रखा।’ 
 
आप पर निशाना साधते हुए कांग्रेस नेता ने कहा, ‘मैं धरने वाली पार्टी से पूछती हूं..क्या उन्हें भ्रष्टाचार कम करने के लिए कदम नहीं उठाए चाहिए थे, बिजली और पानी के बिलों में कमी के लिए क्या उन्हें योजनाएं नहीं शुरू करना चाहिए था।’ 
 
लोगों से कांग्रेस के पक्ष में मतदान करने की अपील करते हुए उन्होंने कहा, ‘एक बार फिर, आपको एक अहम मौका मिला है जहां आप अगले पांच साल के लिए वोट कर सकते हैं, जो आपके और दिल्ली के भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है।’ 
 
रैली में दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा, वरिष्ठ नेता अजय माकन, हारुन यूसुफ और अरविन्दर सिंह लवली भी मौजूद थे। हुड्डा ने भी अपने संबोधन में आप और भाजपा पर निशाना साधा और दिल्ली में फिर से कांग्रेस सरकार लाने की अपील की। (भाषा)

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