सारा मामला उस समय शुरू हुआ जब उन्होंने कहा कि वोट डालने ज़रूर जाइये। सभी महिलाओं से ख़ास अपील - जैसे आप घर की जिम्मेदारी उठाती हैं, वैसे ही मुल्क और दिल्ली की जिम्मेदारी भी आपके कंधों पर है। आप सभी महिलायें वोट डालने ज़रूर जायें और अपने घर के पुरुषों को भी ले जायें। पुरुषों से चर्चा ज़रूर करें कि किसे वोट देना सही रहेगा।
केजरीवाल ने इस पर पलटवार करते हुए कहा कि स्मृति जी, दिल्ली की महिलाओं ने किसे वोट देना है ये तय कर लिया है। और पूरी दिल्ली में इस बार अपने परिवार का वोट महिलाओं ने ही तय किया है। आखिर घर तो उन्हें ही चलाना होता है।