दिल्ली विधानसभा की राजेन्द्रनगर सीट के लिए चुनाव प्रचार गुरुवार शाम पाँच बजे समाप्त हो गया। यहाँ 13 दिसम्बर को मतदान होगा।
भाजपा के उम्मीदवार पूरनचंद योगी की मृत्यु के कारण राजेन्द्रनगर सीट पर चुनाव टाल दिया गया था। भाजपा ने इस सीट पर स्वर्गीय योगी की पत्नी आशा योगी को उम्मीदवार बनाया है, जहाँ उनका मुख्य मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी रमाकांत गोस्वामी से हैं। गोस्वामी पहले पटेल नगर सीट से कांग्रेस के विधायक थे, किंतु परिसीमन में इस सीट के अनुसूचित जाति के लिए सुरक्षित हो जाने के कारण पार्टी ने उन्हें राजेन्द्रनगर से उम्मीदवार बनाया है।
इस सीट पर बहुजन समाज पार्टी ने त्रिलोक चंद और समाजवादी पार्टी ने संजय कुमार को उम्मीदवार बनाया है। इसके अलावा निर्दलीय तथा अन्य राजनीतिक दलों के आठ उम्मीदवार हैं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव में हार से निराश भाजपा ने इस सीट को जीतने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा दिया है। दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना के हाथों में चुनाव प्रचार अभियान की डोर थी। पार्टी के वरिष्ठ नेता विजयकुमार मल्होत्रा तथा अन्य कई निर्वाचित विधायक भी इस सीट पर जीत हासिल कर विधानसभा चुनाव में मिली हार की मायूसी को कम करने के लिए प्रयासरत हैं।
कांग्रेस भी राजेंद्रनगर सीट को जीतकर विधानसभा में अपनी सीटों की संख्या 42 से 43 करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। पार्टी ने शहरी विकास मंत्री राजकुमार चौहान के हाथों में चुनाव प्रचार का जिम्मा सौंपा है। गोस्वामी मौजूदा विधानसभा में कांग्रेस के मुख्य सचेतक हैं और वे शीला दीक्षित के काफी नजदीकी माने जाते हैं।
दिल्ली विधानसभा की कुल 70 सीटों में से 69 के परिणाम आठ दिसम्बर को घोषित किए जा चुके हैं। इनमें से कांग्रेस ने 42 सीटों पर जीत हासिल कर दिल्ली में लगातार तीसरी बार सरकार बनाई है। भाजपा को 23 सीटें मिली हैं, जबकि दो पर बहुजन समाज पार्टी एक पर लोकजनशक्ति पार्टी और एक सीट इंडियन नेशनल लोकदल को मिली है।