नई दिल्ली। कांग्रेस का एक मजबूत गढ़ माने जाने वाले गांधीनगर क्षेत्र की चरमराती बुनियादी संरचनाएं और खराब निकाय सुविधाएं पिछले 15 वर्षों से यहां से निर्वाचित हो रहे राजस्व मंत्री अरविंदर सिंह की चौथी जीत की राह में रोड़ा बन सकती हैं।
बड़े पैमाने पर अतिक्रमण, यातायात जाम, वाहन पार्किंग सुविधा की कमी और खराब मल जल निकासी प्रणाली कुछ ऐसी अहम समस्याएं हैं, जिनसे पूर्वी दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के निवासियों को अक्सर दो-चार होना पड़ता है।
एशिया के सबसे बड़े बाजार के रूप में शुमार यहां का थोक कपड़ा बाजार इलाके की प्रमुख सड़कों पर भारी यातायात जाम का कारण बनने के अलावा मौजूदा बुनियादी संरचना पर और अधिक दबाव डालकर स्थानीय निवासियों की समस्याओं को और बढ़ा दिया है।
इलाके के निवासियों के लिए बरसात का मौसम एक अलग ही समस्या लेकर आता है। यहां हल्की बारिश से भी कॉलोनियों की गलियों के साथ-साथ प्रमुख सड़कों पर पानी भर जाता है।
उनकी शिकायत है कि यहां सीवर लाइनें तो दस वर्ष पहले ही बनाई जा चुकी हैं, लेकिन अभी तक उन्हें काम में नहीं लाया गया है। इसके अलावा क्षेत्र में पेयजल आपूर्ति की समस्या को लेकर भी मतदाताओं की नाराजगी बढ़ रही है। सीलमपुर और वेलकम जैसे क्षेत्र इससे सर्वाधिक प्रभावित हैं।
कांति नगर के निवासी साहेब सिंह कहते हैं, जलापूर्ति और मल जल निकासी प्रणाली जैसी निकाय सुविधाएं खस्ताहाल हैं। सीलमपुर इलाके की स्थिति तो बेहद दयनीय है। इलाके में अतिक्रमण और अवैध निर्माण हाल के दिनों में कई गुना बढ़ गई हैं। (भाषा)