जैविक मां को ढूंढने स्पेन से भारत आई युवती, पढ़िए पूरी कहानी

वेबदुनिया न्यूज डेस्क

रविवार, 5 जनवरी 2025 (21:03 IST)
Searching for biological mother : स्पेन की नागरिक स्नेहा अपनी उस जैविक मां की तलाश में भारत लौटी है, जिसने 20 साल पहले उन्हें (स्नेहा) और उनके भाई को एक अनाथालय में छोड़ दिया था। हालांकि 21 वर्षीय स्नेहा के पास समय कम बचा है, क्योंकि उन्हें सोमवार को स्पेन लौटना है। बच्चों की शिक्षा के क्षेत्र में शोधकर्ता के रूप में कार्यरत स्नेहा अपनी जड़ों का पता लगाना चाहती हैं, लेकिन उन्हें अपने अतीत के बारे में बहुत कम याद है। स्नेहा के स्पेनिश माता-पिता जेमा विडेल और जुआन जोस उनकी इस खोज में उनका साथ दे रहे हैं और जेमा, स्नेहा के साथ उनके गृह राज्य ओडिशा आई हैं।

विडाल और जोस ने स्नेहा और उनके भाई सोमू को 2010 में भुवनेश्वर के एक अनाथालय से गोद लिया था, जहां 2005 में उनकी मां बनलता दास द्वारा छोड़ दिए जाने के बाद उन्हें आश्रय दिया गया था। स्नेहा ने कहा, स्पेन से भुवनेश्वर तक की मेरी यात्रा का उद्देश्य मेरे जैविक माता-पिता, खासकर मेरी मां को ढूंढना है। मैं उन्हें ढूंढना चाहती हूं और उनसे मिलना चाहती हूं। मैं इस यात्रा के लिए पूरी तरह तैयार हूं, भले ही यह कठिन हो।
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स्नेहा उस समय सिर्फ एक साल की थी और उसका भाई कुछ महीने का था, जब उनकी मां उन्हें अनाथालय में छोड़कर चली गई। स्नेहा ने कहा कि उनके स्पेनिश माता-पिता ने भाई-बहनों को जीवन में सबकुछ दिया है और उन्हें कभी ऐसा महसूस नहीं होने दिया कि उन्हें गोद लिया गया है। दंपति ने उन्हें बेहतरीन शिक्षा और अपनी पसंद के हिसाब से निर्णय लेने की आजादी दी।

स्पेन के जरागोजा शहर में योग शिक्षक जेमा के साथ स्नेहा पिछले साल 19 दिसंबर को भुवनेश्वर पहुंचीं और वे एक होटल में रह रहे हैं। सोमू, हालांकि स्पेन में कुछ काम में व्यस्त होने के कारण नहीं आ सके। अगर उन्हें सोमवार तक स्नेहा की जैविक मां नहीं मिलती है, तो वे दोबारा उसकी तलाश में मार्च में वापस आएंगे।
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जेमा ने कहा, हमें स्पेन वापस लौटना होगा, क्योंकि स्नेहा एक प्रशिक्षण कार्यक्रम में शामिल हो गई है, जिसे रोका नहीं जाना चाहिए। अगर हमें अगले 24 घंटों में बनलता नहीं मिलती है, तो हम मार्च में भुवनेश्वर वापस आएंगे। (भाषा)
Edited By : Chetan Gour

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