रिपोर्ट में पुलिस को संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त जवानों की तैनाती का भी कहा था, लेकिन इन सभी अलर्ट की अनदेखी की गई और रविवार शाम को ही मौजपुर में हिंसा भड़की। सोमवार को हिंसा दूसरे इलाकों में भी पसर गई। इस हिंसा में अब तक 34 लोग मारे जा चुके हैं जबकि 200 से ज्यादा लोग घायल हो गए हैं।
कपिल ने अपने ट्वीट में दोपहर 3 बजे मौजपुर चौक पर लोगों को सीएए के समर्थन में इकट्ठा होने को कहा था जिसके बाद दिल्ली पुलिस की स्पेशल ब्रांच और इंटेलीजेंस विंग ने मौजपुर में जवानों की तैनाती करने और चौकसी बढ़ाने का अलर्ट जारी किया था, लेकिन दिल्ली पुलिस ने इन पर खास ध्यान नहीं दिया और कथित तौर पर हिंसा भड़क गई।