धार्मिक शास्त्रों के अनुसार कुबेर (Kuber) को धन-संपत्ति, सुख-समृद्धि देने वाले देवता माना जाता है। धन के देवता कुबेर का उत्तर दिशा में निवास माना गया है। भगवान शिव जी ने कुबेर को 'धनपाल' होने का वरदान दिया था। अत: देवताओं के कोषाध्यक्ष भगवान कुबेर होने के कारण उनका पूजने करते समय उन्हें निम्न चीजें चढ़ाने से जीवन में चल रही पैसों से जुड़ी तमाम समस्याएं दूर होती हैं।
वैसे तो भगवान कुबेर की पूजा हर दिन की जा सकती है, लेकिन धनतेरस या धन त्रयोदशी से दीपावली तक कुबेर पूजा विशेष महत्व माना गया हैं, क्योंकि दीपावली पर्व में माता लक्ष्मी, श्री गणेश, मां सरस्वती, भगवान विष्णु, माता कालका, कुबेर देवा, भगवान धनवंतरि, भगवान श्री कृष्ण और अन्य सभी देवी-देवताओं का पूजन किया जाता है।
कुबेर पूजन के पहले उत्तर दिशा में पीले, हरे, नीले रंगों का उपयोग करके लहर वाली या लहरिया आकार की रंगोली बनाने से कुबेर प्रसन्न होते हैं। इसके अलावा उनके पूजन में कुबेर यंत्र, चांदी के सिक्के तथा आभूषण रखने से भी कुबेर देव भरपूर सुख-समृद्धि का आशीष देते हैं।
7. दूर्वा।
इन सबके अलावा जल कलश, सिंदूर, लाल पुष्प, माला, मिठाई, नारियल, चौकी, लाल कपडा, रोली, मोली, पंचामृत, लाल चंदन, हल्दी, गंगाजल, घी का दीया, धूपबत्ती, कर्पूर तथा पंचमेवा आदि।