नई मां बनी हैं तो जानिए ब्रेस्ट फीडिंग का सही तरीका और 5 जरूरी सावधानियां

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जब आप पहली बार मां बनती हैं तब आपके लिए मातृत्व और बच्चे से जुड़ी सभी बातें नई होती हैं। इन्हीं बातों में से एक बहुत जरूरी बात है, बच्चे को सही तरीके से दूध पिलाना। अकसर माताओं को सही तरीका पता नहीं होता है जिससे बच्चे को दूध पीते समय कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है, जैसे उनकी नाक दबना जिससे उन्हें सांस लेने में दिक्कत आती है, कान का दबना आदि। नवजात शि‍शु अपनी समस्या बता भी नहीं सकते। ऐसे में माताओं को ही बेबी फीडिंग कराते वक्त कुछ सावधानियां बरतने की जरूरत है।
 
आइए जानते है, कि बेबी को फीड करवाते समय आपको किन बातों पर ध्यान देने की जरूरत है:
 
1. स्तनपान के दौरान अपने बच्चे का सिर उसकी छाती से ऊंचा या 45 डिग्री के कोण में रखना चाहिए इसीलिए बैठकर स्तनपान कराना उचित होता है।
 
2. लेटे-लेटे ही स्तनपान कराने से कान के इंफेक्शन का खतरा दोगुना बढ़ जाता है। उसी प्रकार बोतल से दूध पीने वाले बच्चे का सिर तकिए पर ऊंचा उठाकर ही बोतल देनी चाहिए।

3. शिशु को दूध पिलाने के बाद एकदम बिस्तर पर नहीं लिटाना चाहिए, क्योंकि यदि आप ऐसा करते हैं तो शिशु पिया हुआ दूध मुंह से निकाल सकता है। शिशु को दूध पिलाने के बाद उसे कंधे पर लेकर उसकी पीठ पर धीरे-धीरे हाथ फेरें। इससे बच्चे के पेट में दूध का पाचन होता है।
 



 
 
 
 


4. दूध पिलाने के तुरंत बाद यदि आपने शिशु को बिना डकार दिलाए लेटा दिया तो कई बार डकार के साथ दूध निकलकर शिशु की श्वास नलिका से होते हुए फेफड़ों में प्रवेश कर जाता है और शिशु की जान को खतरा हो सकता है।
 
5. बच्चे के जन्म के बाद उसे मां का दूध पिलाना चाहिए। बच्चे के लिए मां का दूध जीवनदायिनी शक्ति होता है और बच्चे को कई रोगों से बचाता है। बच्चे को 2-3 घंटे के अंतराल से जब भी वह रोये, स्तनपान कराना सर्वोत्तम है।

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