डॉ. शिरीष के अनुसार हार्ट फेल्योर को समझना जरूरी है। अक्सर लोगों को लगता है कि हार्ट फेल्योर का तात्पर्य दिल का काम करना बंद कर देने से है जबकि ऐसा कतई नहीं है। हार्ट फेल्योर में दिल की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं जिससे वह रक्त को प्रभावी तरीके से पंप नहीं कर पाता। इससे ऑक्सीजन व जरूरी पोषक तत्वों की गति सीमित हो जाती है। कोरोनरी आर्टरी डिजीज (सीएडी), हार्टअटैक, हाई ब्लडप्रेशर, हार्ट वॉल्व बीमारी, कार्डियोमायोपैथी, फेफड़ों की बीमारी, मधुमेह, मोटापा, शराब का सेवन, दवाइयों का सेवन और फैमिली हिस्ट्री के कारण भी हार्ट फेल होने का खतरा रहता है।