Untold Secrets of Rawana: रावण का जन्म ऋषि विश्रवा और राक्षसी कैकसी के पुत्र के रूप में हुआ था। विश्रवा ब्रह्मा के पुत्र और एक महान विद्वान थे, वहीं कैकसी राक्षस वंश से थीं।
वेद और शास्त्रों का ज्ञाता रावण महापंडित था। आश्विन माह की दशमी के दिन प्रभु श्रीराम ने उसका वध कर दिया था। लेकिन क्या आप जानते हैं कि रावण के शव के बारे में कुछ ऐसे दावे हैं जो बहुत आश्चर्यजनक हैं। आइये जानते हैं रावण के शव के बारे में कुछ अनसुने रहस्य।ALSO READ: ऋषि पुत्र होकर भी कैसे रावण में आए राक्षसत्व वाले गुण, 3 श्राप बने कारण
क्या रावण फिर से हो जाएगा जीवित : कहते हैं कि रावण की मृत्यु के बाद उसके अंतिम संस्कार की जिम्मेदारी विभीषण को सौंपी गई थी लेकिन लंका की राजगद्दी संभालने की जल्दी में विभीषण ने रावण के शव को वैसे ही छोड़ दिया था जिसके बाद रावण के शव को नागकुल के लोग अपने साथ ले गए थे।
नागकुल के लोगों को यकीन था कि रावण की मौत क्षणिक है और वो फिर से जीवित हो जाएगा। उन्होंने रावण को फिर से जीवित करने की कई बार कोशिश भी की लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिली। जिसके बाद उन्होंने रावण के शव को सुरक्षित रखने के लिए विभिन्न रसायनों का इस्तेमाल किया और उसे ममी के रूप में रख दिया। श्रीलंका के कई लोगों के बीच यह मान्यता है कि रावण एक दिन जिंदा होकर पुन: लौट आएगा।
क्या है रावण के शव के बारे में दावा : अगस्त, 1971 में एक बौद्ध भिक्षु ने दावा किया था कि एक पर्वत शिखर पर बने सुदृढ़ किले में रावण का शव अपनी पूर्व अवस्था में अब भी सुरक्षित रखा हुआ है। मान्यता के अनुसार रैगला के भयानक जंगलों के बीच एक विशालकाय पहाड़ी पर रावण की गुफा है। रैगला के इलाके में रावण की यह गुफा 8,000 फुट की ऊंचाई पर स्थित है, जहां 18 फुट लंबे ताबूत में रखा है रावण का शव। इस ताबूत के चारों तरफ लगा है एक खास लेप जिसके कारण यह ताबूत हजारों सालों से जस का तस रखा हुआ है।
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