खबरों के अनुसार, संयुक्त किसान मोर्चा ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए तीन कृषि सुधार कानूनों के विरोध प्रदर्शन के 11 महीने पूरे होने पर 26 अक्टूबर को दिल्ली के बॉर्डर पर महापंचायत करने का फैसला किया गया था।
संयुक्त किसान मोर्चा ने हिंसा में शामिल ग्रुप के निहंग सिख लीडर से कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर और राज्यमंत्री कैलाश चौधरी की मुलाक़ात को लेकर वायरल तस्वीरों के आधार पर दोनों के इस्तीफे की मांग भी की है। इसी के साथ किसान संगठन द्वारा कुंडली बार्डर पर हुई हत्या की जांच सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश से कराने की मांग दोहराई गई।