भाजपा सांसद सनी देओल ने मंगलवार को दिल्ली में किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद ट्वीट कर कहा, 'आज लाल किले पर जो कुछ भी हुआ उसे लेकर मैं बेहद दुखी और निराश हूं। मैं छह दिसंबर को पहले ही अपने एक ट्वीट में यह स्पष्ट कर चुका हूं कि मेरा अथवा मेरे परिवार के किसी भी सदस्य का दीप सिद्धू से कोई संबंध नहीं है।'
दीप सिद्धू ने फेसबुक पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में दावा किया कि वह कोई योजनाबद्ध कदम नहीं था और उन्हें कोई साम्प्रदायिक रंग नहीं दिया जाना चाहिए जैसा कट्टरपंथियों द्वारा किया जा रहा है।
सिद्धू ने कहा कि नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रतीकात्मक विरोध दर्ज कराने के लिए, हमने निशान साहिब और किसान झंडा लगाया और साथ ही किसान मजदूर एकता का नारा भी लगाया। उसने 'निशान साहिब' की ओर इशारा करते हुए कहा कि झंडा देश की विविधता में एकता का प्रतिनिधित्व करता है। 'निशान साहिब' सिख धर्म का एक प्रतीक है जो सभी गुरुद्वारा परिसरों में लगा देखा जाता है।
उसने कहा कि लालकिले पर ध्वज-स्तंभ से राष्ट्रीय ध्वज नहीं हटाया गया और किसी ने भी देश की एकता और अखंडता पर सवाल नहीं उठाया।