सावन फलाहार रेपिसी: इतनी टेस्टी साबूदाने की खिचड़ी आपने कहीं नहीं खाई होगी, अभी ट्राय करें रेसिपी

WD Feature Desk

सोमवार, 5 अगस्त 2024 (15:00 IST)
sabudana khichadi
 
 
 
 
 
Highlights 
 
साबूदाने की खिचड़ी कैसे बनाएं।
आलू से बढ़ाए खिचड़ी का स्वाद, जानें विधि।
लाजवाब फरियाली खिचड़ी बनाने की रेसिपी।

ALSO READ: Sawan food List 2024: श्रावण मास में रख रहे हैं उपवास, तो जान लीजिए हेल्दी ऑप्शन (फलाहार लिस्ट)
 
Shravan food guide : इन दिनों श्रावण मास जारी है और अधिकतर घरों में इस माह या विशेषकर श्रावण सोमवार के दिन व्रत-उपवास रखे जाते हैं। यदि आप भी रख रहे हैं उपवास तो इस व्रत में खाना ना भूलें आलू-साबूदाने की यह लाजवाब फरियाली खिचड़ी।

यहां दी जा रही सरल विधि से आप भी तैयार करें साबूदाने की खिचड़ी और गरमा-गरम खिचड़ी से मोह लें घरवालों का मन...। जानें आसान रेसिपी...
 
सामग्री : 
250 ग्राम साफ किया हुआ साबूदाना, 1/2 कटोरी मूंगफली के पिसे दाने, 1 बड़ा आलू, 1/2 चम्मच जीरा, 4-5 पत्ता मीठा नीम, काली मिर्च पाउडर 1/2 चम्मच, हरी मिर्च 2-3 बारीक कटी हुई, एक छोटा चम्मच शकर, सेंधा नमक स्वादानुसार, नींबू, हरा धनिया बारीक कटा, परोसने के लिए फलाहारी मिक्चर और 2-3 पोटॅटो चिप्स।
 
विधि : 
- साबूदाने की खिचड़ी बनाने से पहले 3-4 घंटे के लिए साबूदाने को भिगो कर रख दें। 
- आलू को छीलकर टुकड़े कर लें। 
- एक कढ़ाई में घी गरम करके उसमें जीरा, मीठा नीम व हरी मिर्च का छौक लगाएं। 
- तत्पश्चात आलू डाल दें और धीमी आंच पर पकने दें। 
- अधपके होने पर साबूदाने और मूंगफली के दाने डाल दें और धीमी आंच पर पकाएं। 
- थोड़ी देर बाद नमक, काली मिर्च एवं शकर डालें एवं अच्छी तरह मिक्स कर लें। 
- लीजिए तैयार है लाजवाब साबूदाने की खिचड़ी। 
- अब हरा धनिया, फलाहारी मिक्चर और नींबू से सजाकर पेश करें। 
- उपवास के दौरान खिचडी़ में आलू डालने से उसका स्वाद तो बढ़ जाता है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी