मास्को। राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने खराब दौर से गुजर रही रूस की राष्ट्रीय फुटबॉल टीम को पहले घरेलू विश्व कप से पूर्व एकजुट होने को कहा है। रूस की टीम सोवियत युग के बाद अपने सबसे मुश्किल दौर से गुजर रही है। तुर्की के खिलाफ टीम ने कल मास्को में 1-1 से ड्रॉ खेला जिसके बाद स्टेनिसलाव चेर्चेसोव लगातार सात मैचों में जीत दर्ज करने में नाकाम रहने वाले रूस के पहले मैनेजर बने।
टीम के इस खराब प्रदर्शन के बाद अगले गुरुवार को होने वाले विश्व कप के पहले मैच में दर्शकों के कम संख्या में पहुंचने की संभावना है। क्रैमलिन की वेबसाइट पर जारी साक्षात्कार में पुतिन ने आज कहा कि उन्हें राष्ट्रीय टीम से साहस और जुनून के साथ खेलने की उम्मीद है।
पुतिन ने कहा, ‘जहां तक टीम का सवाल है, मुझे यह स्वीकार करना होगा कि दुर्भाग्य से हमारी टीम ने हाल के समय में अच्छे नतीजे हासिल नहीं किए हैं।’ उन्होंने कहा, ‘लेकिन हम सभी प्रशंसक और रूस में फुटबॉल प्रेमी उम्मीद करते हैं कि हमारी टीम गौरव के साथ खेलेगी और उन्हें आधुनिक, रोचक फुटबॉल दिखाएगी और अंत तक संघर्ष करेगी।’
फीफा में विरोध दर्ज कराएगा इसराइल : इसराइल फुटबॉल संघ ने आज घोषणा की कि वह फीफा में अपने फलस्तीनी समकक्ष के खिलाफ शिकायत दर्ज कराएगा कि उसने अर्जेंटीनी खिलाड़ियों और स्टाफ को विश्व कप का मैत्री मैच रद्द करने के लिए बाध्य कर दिया। इसराइल फुटबॉल संघ के उपाध्यक्ष रोटम कामेर ने फलस्तीनी टीम पर ‘फुटबॉल आतंक’ फैलाने का आरोप लगाया क्योंकि उसके अध्यक्ष ने शनिवार को अर्जेंटीना के अभ्यास मैच का विरोध किया था।
उन्होंने कहा, ‘हम फलस्तीनी फुटबॉल संघ और इसके अध्यक्ष जिब्रिल राजौब से फुटबॉल आतंक का सामना कर रहे हैं।’ उन्होंने कहा कि फलस्तीन फुटबॉलरों को इसराइल आने से रोकने के लिए धमकी दे रहा है। कामेर ने यह भी आरोप लगाया कि खिलाड़ियों के परिवारों को धमकाया गया, हालांकि इसके लिए उन्होंने कोई साक्ष्य पेश नहीं किया।
विश्व कप के लिए सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था : रूस ने आज कहा कि अगले हफ्ते मास्को में शुरू होने वाले विश्व कप में कड़ी सुरक्षा की व्यवस्था की गई है और वह किसी भी तरह की धमकी से निपटने को तैयार हैं।
एफएसबी घरेलू सुरक्षा सेवा में सुरक्षा परिचालन प्रमुख एलेक्जेई लावरिशचेव ने कहा, ‘चाक चौबंद सुरक्षा व्यवस्था की गई है। इस तरह के टूर्नामेंट में हमारे अनुभव के आधार पर यह व्यवस्था की गई है और साथ ही हमने अंतरराष्ट्रीय अनुभवों का भी अध्ययन किया है।’
विश्व कप के लिए कम से कम 6 लाख अंतरराष्ट्रीय दर्शकों के रूस पहुंचने की उम्मीद है, जिसके मैच 14 जून से शुरू होकर 15 जुलाई तक 11 शहरों में आयोजित किए जाएंगे। रूस ने सोची में 2014 शीतकालीन ओलंपिक की मेजबानी की थी, जो बिना किसी परेशानी के आयोजित हुआ।