अकसर लोग जरूरत पड़ने पर पर्सनल लोन लेकर अपना काम निपटाते हैं तो क्रेडिट कार्ड से कोई सामान खरीदकर बिल का मिनिमम भुगतान कर ब्याज के रूप में भारी पैसा चुकाते हैं। इसके स्थान पर अगर आप LIC पॉलिसी पर लोन लेते हैं तो ना उसे जल्दी खत्म करने का दबाव रहता है और ना ज्यादा ब्याज लगता है।
आसान है लोन लेने की प्रक्रिया : LIC से पॉलिसी पर लोन लेना बेहद आसान है। इसके लिए आपको पॉलिसी के साथ ही एक केंसल चेक और पहचान पत्र की कॉपी देना होती है। लोन की राशि 3 से 4 दिनों में आपके खाते में आ जाती है।
LIC पॉलिसी पर कितना लोन मिल सकता है? : अगर आपको पॉलिसी मैच्योर होने से पहले रकम की जरूरत है तो LIC पॉलिसी को सरेंडर करना समझदारी नहीं है क्योंकि बीच में इसकी वैल्यू बहुत कम होती है। इसके बजाए आप पॉलिसी पर लोन ले लें। आपको पॉलिसी की कैश वैल्यू का 85 से 90 प्रतिशत तक लोन मिल सकता है।
कौन ले सकता है पॉलिसी के बदले लोन : LIC पॉलिसी के बदले लोन लेने की शर्त यह है कि लोन लेने वाला भारतीय होना चाहिए। आपने LIC की पॉलिसी खरीदी हो। आपने लोन के लिए आवेदन करने से पहले कम से कम तीन साल तक प्रीमियम भरा हो। आपकी उम्र 18 साल से अधिक होना चाहिए।
इस पॉलिसी पर नहीं मिलता लोन : अगर आपके पास मनी बैक पॉलिसी है तो आपको LIC इस पॉलिसी पर लोन नहीं देगी। दरअसल इस पॉलिसी में आपको एक निश्चित अंतराल के बाद निश्चित राशि मिल जाती है। अत: आपको इस पर लोन नहीं मिलता।
क्या है ब्याज दर : यह एक प्रकार का सिक्योर्ड लोन होता है। इस पर आपको 9 प्रतिशत वार्षिक की दर से ब्याज लगता है। आपको छह माह में एक बार ब्याज देना होता है। अगर आप ब्याज नहीं चुकाते हैं तो यह रकम भी मूलधन में जोड़ दी जाती है और आपको फिर इस रकम पर ब्याज चुकाना पड़ता है।
इसका सबसे बड़ा फायदा यह है कि अगर आपकी पॉलिसी लोन चुकाने से पहले मैच्योर हो जाती है तो LIC आपके सरेंडर वैल्यू से लोन की रकम काटकर आपको बाकी पैसे वापस कर देती है।