महिलाओं के लिए पर्सनल फाइनेंस पर 5 महत्वपूर्ण बातें...
1. हमेशा अपने घर की वित्त संबंधित चर्चा में भाग लें : ऐसा क्यों होता है कि परिवार में आपके वित्त या फिर उसकी योजना बनाने वालों के साथ होने वाली बातचीत में महिलाओं की भागीदारी बहुत सीमित होती है। इसमें कोई संदेह नहीं है कि कई स्वतंत्र महिलाएं हैं, जो व्यक्तिगत वित्त पर सभी वार्तालापों में सक्रिय रूप से भाग लेती हैं। लेकिन ज्यादातर देखा जाता है कि वित्त पर होने वाली चर्चा के दौरान पुरुष दिलचस्पी लेकर सक्रियता से बात करते हैं और इसमें महिलाओं की सक्रियता कम दिखाई देती है।
वित्त पर निर्णय लेने की चली आ रही यह पारंपरिक प्रथा अब बदलनी चाहिए। यह बात सिर्फ उन महिलाओं के मामले में नहीं है, जो गृहिणी होती हैं, बल्कि उन परिवारों में भी देखी जाती हैं, जहां महिलाएं समान रूप से वित्तीय योगदान दे रही हैं। आज की महिलाएं सभी पहलुओं में वास्तव में स्वतंत्र होती हैं। इसके बावजूद यह दृष्टिकोण एक तरह से किसी और पर निर्भरता पैदा करता है।
व्यक्तिगत रूप से स्वतंत्र होने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि जब व्यक्तिगत वित्त की बात आती है तो महिलाओं को सभी चर्चाओं में सक्रिय रूप से भाग लेना चाहिए। हर किसी की तरह आपको भी पता होना चाहिए कि आपका पैसा कहां है, आपके पैसे से क्या हो रहा है, आप अपने वर्तमान का सबसे बेहतर इस्तेमाल कैसे कर सकते हैं और निवेश करने के लिए सही रास्ते क्या हैं? और इसे बातचीत में शामिल होकर आसानी से किया जा सकता है न कि यह सोचकर कि माता-पिता या पति या इसका ख्याल रखेंगे।
2. आप अपने बजट आबंटन का अनुशासन से पालन करें : घरेलू बजट का प्रबंधन घर की महिलाओं से बेहतर कोई नहीं कर सकता है। परिवार की मासिक आय चाहे जो भी हो, उसके बावजूद हर परिवार के लिए योजनाबद्ध बजट का पालन करने का अनुशासन बेहद महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि यह बजट न केवल परिवार के मासिक खर्चों की देखभाल करने में मदद करता है बल्कि उनकी भविष्य की संपत्ति के निर्माण में भी मदद करता है। इस बजट से ही विभिन्न वित्तीय लक्ष्यों के लिए बचत और निवेश होता है।
आमतौर पर यह देखा जाता है कि महिलाएं योजनाबद्ध बजट का सर्वोत्तम तरीके से पालन करती हैं और ऐसा करने के लिए परिवार का मार्गदर्शन करती हैं। इस अच्छी आदत को यथासंभव लंबे समय तक जारी रखना चाहिए।
3. बैंक खाते या फिक्स डिपॉजिट में बहुत अधिक रखने से बचें। यह अक्सर देखा जाता है कि बचत खाता और फिक्स्ड डिपॉजिट महिलाओं के लिए पसंदीदा निवेश विकल्प हैं। यह नियमित अंतराल पर पैसे बचाने की एक पारंपरिक आदत है, जो अपने पैसे को बचत खाते या फिक्स्ड डिपॉजिट में रखने के लिए प्रेरित करती है। हमारे विचार से बैंक खाते में एक सीमा से अधिक धन रखना उचित नहीं है, क्योंकि यह आपके धन की वृद्धि को सीमित कर देता है और आपके धन की वृद्धि की दर वर्तमान महंगाई की दर से भी कम होती है।
उस तरह से आपके धन की वृद्धि की दर नकारात्मक होती है इसलिए आप कुछ पैसों को बैंक खातों या फिक्स्ड डिपॉजिट में रखें और बाकी का पैसा परिवार के विभिन्न वित्तीय उद्देश्यों के लिए निवेश किया जाना चाहिए।
4. सोने पर ज्यादा निवेश भी अच्छा नहीं : व्यक्तिगत उपयोग के लिए आभूषण के रूप में सोना अच्छा है। लेकिन कभी-कभी कुछ लोग ऐसे होते हैं, जो सोने के गहनों पर जरूरत से ज्यादा निवेश करते हैं। बहुत बार गहने लॉकर में ही रहते हैं और संग्रह बढ़ता रहता है। हालांकि सोने के आभूषणों का मूल्य एक अवधि के बाद बढ़ता है। लेकिन यदि संभव हो तो सोने के आभूषण खरीदने से बचना चाहिए। उसी पैसे को अन्य निवेश अवसरों में लगाया जा सकता है जिसमें परिवार की भविष्य की जरूरतों में अधिक योगदान करने की क्षमता है। इससे सोने जैसी भौतिक संपत्ति के बजाय किसी और तरीके के निवेश पर आपका ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलेगी।
5. विभिन्न परिसंपत्ति वर्गों के बारे में जानें : परिवार की वित्तीय यात्रा में हर निवेश के वर्गों (एसेट क्लास) का एक महत्वपूर्ण स्थान होता है। इसलिए इक्विटी, डेब्ट, रियल एस्टेट, मनी मार्केट आदि जैसे निवेश के तरीकों के बारे में जानकारी होनी चाहिए। यह जानकारी आपके और आपके परिवार के लिए मददगार हो सकती है। यह ज्ञान आपको स्वतंत्र बनाता है और आपकी आवश्यकता और बाजार के अवसरों के आधार पर सही निर्णय लेने में आपकी मदद करता है। हमारे विचार से एक लंबी अवधि के निवेश के लिए इक्विटी वर्ग में निवेश सबसे बेहतर है इसलिए इक्विटी आधारित निवेशों के बारे में अधिक से अधिक जानकारी आपके लिए अच्छी होगी।
कितने समय तक (होल्डिंग पीरियड) आप निवेशित रह सकते हैं, उसके आधार पर इक्विटी वर्ग के अलावा विभिन्न प्रकार के डेब्ट निवेश का विकल्प है, जो आपकी बचत पर बेहतर रिटर्न प्रदान कर सकते हैं। किसी भी व्यक्ति या परिवार की समग्र संपत्ति का आवंटन इन संपति के वर्गों पर आधारित है इसलिए उनके बारे में ज्ञान होना हमेशा आपके हित में काम करेगा।