बाजार उम्मीदों से बेहतर रहे रिलायंस इंडस्ट्रीज के नतीजे

शनिवार, 31 अक्टूबर 2020 (12:44 IST)
नई दिल्ली। मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (आरआईएल) के पेट्रोकेमिकल कारोबार पर चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले वैश्विक महामारी कोविड-19 का प्रभाव जरूर रहा किंतु समूह की अन्य कंपनियों ने विश्लेषकों और बाजार के पंडितों के अनुमानों को झुठलाते हुए शानदार कारोबार और शुद्ध लाभ में जोरदार वृद्धि हासिल की।
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आरआईएल ने शुक्रवार देर रात 2020-21 की दूसरी तिमाही के घोषित नतीजों में 9,567 करोड़ रुपए का शुद्ध लाभ अर्जित किया। हालांकि यह पिछले वर्ष की इसी तिमाही से 15 फीसदी कम है किंतु बाजार विश्लेषकों से कहीं बेहतर है।
 
कंपनियों के कारोबार पर विश्लेषण करने वाली प्रमुख ब्लूमबर्ग के विश्लेषकों की राय में रिलायंस का मुनाफा करीब 9,017 करोड़ रुपए रहने का अनुमान लगाया गया था। इसके उलट कंपनी का कंसोलिडेटिड शुद्ध लाभ एक बार फिर 10,000 करोड़ रुपए का आंकड़ा पार कर गया, जो कंसोलिडेटिड शुद्ध लाभ है। कंसोलिडेटिड शुद्ध लाभ पिछली तिमाही के मुकाबले 28 प्रतिशत बढ़कर 10,602 करोड़ रुपए रहा।
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मुकेश अंबानी के नए कारोबार वाली रिलायंस रिटेल और जियो प्लेटफॉर्म्स शानदार प्रदर्शन के दम पर रिलायंस इंडस्ट्रीज की कंसोलिडेटिड आय 27.2 प्रतिशत की मजबूत क्रमिक वृद्धि के साथ तिमाही में 1,28,285 करोड़ रुपए रही।
 
कोविड-19 के कारण उपजी परिस्थितियों में दुनियाभर में ईंधन की मांग और कच्चे तेल की कीमतों में जबर्दस्त गिरावट दर्ज की गई थी। इसका असर रिलायंस के ऑइल एंड गैस कारोबार पर भी पड़ा। कोरोनावायरस से सबसे अधिक प्रभावित जून तिमाही के मुकाबले सितंबर तिमाही के कंसोलिडेटिड शुद्ध लाभ में 28 फीसदी का उछाल देखने को मिला।
 
रिलायंस जियो ने रिलायंस समूह की सभी कंपनियों में सबसे जोरदार नतीजे दिए। पिछले साल समान तिमाही के 990 करोड़ रु. के शुद्ध लाभ को करीब तिगुना करते हुए सितंबर तिमाही में कंपनी ने 2,844 करोड़ का शुद्ध लाभ कमाया। राजस्व में भी 4 हजार करोड़ से अधिक का इजाफा देखने को मिला। कंपनी के एआरपीयू यानी प्रति ग्राहक आय में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। सितंबर तिमाही में यह 145 रुपए रहा जबकि जून तिमाही में यह 140 और 1 वर्ष पहले 2019-20 की सितंबर तिमाही में यह करीब 120 रुपए ही था।
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चीन के अलावा 40 करोड़ से अधिक ग्राहक संख्या रखने वाली रिलायंस जियो विश्व की पहली कंपनी बनी है। कंपनी के नेटवर्क पर डेटा की खपत में भी 1.5 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है। सितंबर तिमाही में यह 1442 करोड़ जीबी को छू गया।
 
रिलायंस रिटेल ने भी सितंबर तिमाही में बेहतरीन प्रदर्शन किया, कंपनी ने 232 नए स्टोर खोले। कंपनी के स्टोर्स की कुल संख्या अब बढ़कर 11,931 हो गई है। रिलायंस रिटेल ने 5.6 अरब डॉलर यानी करीब 41 हजार करोड़ रुपए का कारोबार किया। यह पिछले साल की इसी तिमाही से मामूली कम है। हालांकि जून तिमाही के मुकाबले इसमें 30 प्रतिशत का उछाल देखने को मिला है। पिछली तिमाही के मुकाबले रिलायंस रिटेल के शुद्ध लाभ में भी 125 प्रतिशत से अधिक का इजाफा देखने को मिला।
 
नतीजों पर टिप्पणी करते हुए आरआईएल अध्यक्ष मुकेश अंबानी ने कहा कि हमने पेट्रोकेमिकल्स और रिटेल वर्ग में अच्छा सुधार किया है, जियो में हमारा कारोबार लगातार मजबूत हुआ है और कुल मिलाकर हमने पिछली तिमाही के मुकाबले इस तिमाही में बेहतर नतीजे दिए हैं। हमारे ओ-टू-सी कारोबार में मांग के स्तर में तेज सुधार हुआ है। ज्यादातर उत्पादों के मामले में घरेलू मांग एक बार फिर बढ़कर तकरीबन कोविड के पहले वाले स्तरों पर पहुंच गई है। देशभर में लॉकडाउन के हटने से रिटेल व्यापार में स्थितियां तेजी से सामान्य हुईं और महत्वपूर्ण उपभोक्ता वस्तुओं की मांग में वृद्धि हुई है। पिछले 6 महीनों में हमने जियो और रिटेल कारोबार में खासी पूंजी जुटाई है और साथ ही कुछ प्रभावशाली रणनीतिक और वित्तीय निवेशकों को रिलायंस परिवार में शामिल किया है। भारतवर्ष की उन्नति को ध्यान में रखते हुए हमने अपने सभी व्यवसायों में तेज वृद्धि का लक्ष्य रखा है।
 
अंबानी ने कहा कि कोरोनावायरस संकट के बावजूद चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही में रिलायंस ने 30 हजार रोजगार के नए अवसर पैदा किए। गौरतलब है कि कोविड-19 के कारण रिलायंस ने अपने कर्मचारियों के वेतन में जो कटौती की थी, उसे वापस ले लिया है। (वार्ता)

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