गणेशोत्सव विशेष : : 12 राशि के 12 मंत्र और 12 प्रसाद
श्री गणेश के 10 दिवसीय महोत्सव पर हर किसी की मंशा है कि मनचाहा वरदान मिल जाए। हर कामना पूरी हो जाए। मंत्र और पूजन विधि तलाशी जा रही है। आइए जानते हैं 12 राशियों के अनुसार 12 मंत्र और 12 भोग जो प्रसन्न करेंगे लंबोदर विनायक को ....
मेष-इस राशि के लोगों को वक्रतुंड की पूजा करनी चाहिए।
मंत्र : ॐ वक्रतुण्डाय हुं॥
प्रसाद : छुआरा और गु़ड़ के लड्डूवृष- इस राशि के लोगों को विनायक स्वरूप की पूजा करनी चाहिए।
मंत्र : ॐ ह्रीं ग्रीं ह्रीं।
प्रसाद : मिश्री, शक्कर, नारियल से बने लड्डूमिथुन-इस राशि के लोगों को लक्ष्मी-गणेश की आराधना करनी चाहिए।
मंत्र : ॐ श्रीं गं सौभाग्य गणपतेय वरवरदं सर्वजनं में वशमानायं स्वाहा॥
प्रसाद : मूंग के लड्डू, लाल फल
कर्क- इस राशि के लोगों को एकदंत की अर्चना करनी चाहिए।
मंत्र : ॐ एकदंताय हुं
प्रसाद : मोदक के लड्डू, मक्खन, खीर
सिंह - इस राशि के लोगों को लंबोदर गणेश का पूजन करना चाहिए।
मंत्र : ॐ लंबोदराय नम:
प्रसाद : छुआरा कन्या- इस राशि के लोगों को गजानन का पूजन शुभ रहेगा।
मंत्र : ॐ गं गणपतयै नमः॥
प्रसाद : हरे फल, मूंग की दाल के लड्डू व किशमिश।
तुला- इस राशि के लोगों को शक्तिविनायक का अर्चन करना चाहिए।
मंत्र : ॐ ह्रीं, ग्रीं, ह्रीं
प्रसाद : मिश्री, लड्डू और केला
वृश्चिक- इस राशि के लोगों को वक्रतुंड की साधना करना चाहिए।
मंत्र : ॐ वक्रतुण्डाय हुं
प्रसाद : छुआरा और गु़ड़ के लड्डू धनु- इस राशि के लोगों को हरिद्रारूप की पूजा करनी चाहिए।