Ganesh Visarjan 2025: हिंदू माह भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी से लेकर चतुर्दशी तक गणेश उत्सव चलते है। पहले दिन गणेश चतुर्थी रहती है जिस दिन भगवान गणपति का जन्म हुआ था और इसके बाद 10वें दिन चतुर्दशी रहती है जिसे अनंत चतुर्दशी कहते हैं इस दिन गणेश प्रतिमा का विसर्जन किया जाता है, परंतु महाराष्ट्र में अलग अलग दिन विसर्जन होता है।
2. देशस्थ: महाराष्ट्र के देशस्थ समुदाय के लोग 3, 5 या 7वें दिन विसर्जन करते हैं। जिस परिवार में जैसी परंपरा है वह वैसी परंपरा का निर्वहन करता है। अधिकतर लोग ज्येष्ठा गौरी स्थापना के पहले और कुछ ज्येष्ठा गौरी के विसर्जन के समय गणपति का विसर्जन करते हैं।
हालांकि यह भी कहा जाता है कि गणेश उत्सव और विसर्जन की परंपरा की शुरुआत महाराष्ट्र में हुई थी। क्योंकि, उत्तर भारत से भगवान गणेश अपने भाई कार्तिकेय से मिलने महाराष्ट्र गए थे। वहां वे 10 दिन रुके थे। इसके बाद उनकी सम्मान के साथ विदाई हुई थी।