'आप' उम्मीदवार के प्रति पार्टी कार्यकर्ता अनुत्साहित

बुधवार, 19 मार्च 2014 (16:54 IST)
FILE
कानपुर। कुछ दिनों पहले ही आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हुए शहर के एक नेत्र चिकित्सक को पार्टी का लोकसभा का टिकट दिए जाने से पार्टी से लंबे समय से जुड़े रहे कार्यकर्ता खास खुश नहीं हैं, लेकिन वे अपने रोष को सार्वजनिक रूप से प्रकट करने से बच रहे हैं।

पिछले 1 माह से 'आप' से जुड़े नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. महमूद रहमानी को पार्टी ने कानपुर की लोकसभा सीट के लिए चुनाव मैदान में उतारा है। डॉ. रहमानी इससे पहले परोक्ष रूप से समाजवादी पार्टी से जुड़े थे लेकिन चुनावी मैदान में पहली बार उतरे हैं।

'आप' से संभवत: शहर में मुस्लिम मतदाताओं की भारी संख्या को देखते हुए उन्हें उम्मीदवार बनाया गया है, लेकिन पिछले दिनों डॉ. रहमानी के जुलूस में बमुश्किल तमाम कुछ दर्जन ही पार्टी कार्यकर्ता जुड़े थे।

उधर डॉ. रहमानी का दावा है कि वे अन्ना आंदोलन के समय से ही केजरवाल से जुड़े हैं और पार्टी के प्रति उनके काम और उनके अनुभव को देखते हुए उन्हें टिकट दिया है। उन्होंने दावा किया कि वे पार्टी के नजरिए पर खरे उतरेंगे और पार्टी को कानपुर की सीट दिलाकर रहेंगे।

दूसरी ओर 'आप' की राष्ट्रीय कार्यकारिणी के सदस्य और कानपुर में 'आप' को जमाने वाले आईआईटी से एमटेक ओमेन्द्र भारत ने कहा कि हम लोगों का काम पार्टी के संगठन को मजबूत करना है और हमारी निगाहें 2017 के प्रदेश के विधानसभा चुनावों पर हैं। हम पार्टी के संगठन को मजबूत करने का काम कर रहे हैं।

उनसे पूछा गया कि आप भी तो पार्टी के कानपुर से संभावित उम्मीदवारों में थे फिर अचानक आपका नाम कट कैसे गया? इस पर उन्होंने कहा कि पार्टी में अनुभव की कमी है और हम पार्टी काडर को मजबूत करने के काम में लगे हैं। जहां तक टिकट का सवाल है, पार्टी हाईकमान जिसे चुनाव लड़ने का आदेश देगा, हम उसके साथ हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या वे 'आप' पार्टी के कानपुर प्रत्याशी महमूद रहमानी के साथ हैं, ओमेन्द्र ने अनमने ढंग से जवाब दिया कि पार्टी ने आदेश दिया है तो जरूर साथ हैं, लेकिन हमारे जिम्मे कानपुर शहर के अलावा कानपुर देहात, फतेहपुर, उन्नाव की भी सीटें हैं जिस पर भी हम काम कर रहे हैं।

डॉ. महमूद रहमानी ने बातचीत में कहा कि हम लोकसभा चुनाव में आम आदमी की समस्याओं जैसे बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ और शिक्षा को लेकर मैदान में आए हैं।

हम अन्ना आंदोलन के समय से पार्टी के साथ हैं और गुजरात से लेकर दिल्ली तक पार्टी की अनेक रैलियों में शामिल हुए हैं इसलिए पार्टी ने हमारे अनुभव और पार्टी के प्रति समर्पण को देखते हुए हमें कानपुर से लोकसभा का टिकट दिया है और हम पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरेंगे।

उनसे सवाल किया गया कि पार्टी के कुछ लोग उनकी उम्मीदवारी से खुश नहीं हैं और उन पर आरोप लगा रहे हैं कि उनके समाजवादी पार्टी के नेताओं से करीबी संबंध हैं? इस पर उन्होंने दावा किया कि पार्टी के तमाम छोटे-बड़े नेता उनके साथ हैं और उनके प्रचार अभियान में लगे हैं।

उन्होंने कहा कि जहां तक समाजवादी पार्टी की बात है तो सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह से कभी हमारे अच्छे संबंध हुआ करते थे और उन्होंने पिछले विधानसभा चुनाव में टिकट के साथ ही उन्हें प्रदेश का स्वास्थ्य मंत्री बनाने की भी पेशकश की थी, लेकिन हमने समाजवादी पार्टी की विचारधारा से सहमत नहीं होने के कारण इसे स्वीकार नहीं किया।

उन्होंने कहा कि वे 'आप' उम्मीदवार की हैसियत से केजरीवाल के सपनों को कानपुर में साकार करेंगे और एक स्वच्छ सांसद की तस्वीर पेश करेंगे। उनका दावा है कि कानपुर की जनता उनका पूरा साथ दे रही है। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें