राज्य सरकार के प्रवक्ता नितिन पटेल ने कहा, गुजरात सरकार के समाज कल्याण विभाग ने 25 जुलाई 1994 को एक अधिसूचना पारित की थी, जो 36 जातियों को ओबीसी श्रेणी में शामिल करती थी और इसमें संख्या 25 (ब) में मोध घांछी जाति का जिक्र है जिससे मोदी ताल्लुक रखते हैं। इस जाति को ओबीसी में शामिल किया गया है।
कांग्रेस नेता शक्तिसिंह गोहिल ने दिल्ली में इससे पूर्व कहा था कि मोदी फर्जी ओबीसी हैं। पटेल ने कहा कि यह अधिसूचना 1994 में जारी की गई थी जब कांग्रेस राज्य में सत्ता में थी।
उन्होंने कहा, जब मोदी की लोकप्रियता चरम पर है, गुजरात कांग्रेस के नेता लोगों को बहका रहे हैं। राज्य सरकार ऐसी कार्रवाई की निंदा करती है। गोहिल ने गुजरात सरकार के एक सर्कुलर को जारी कर दावा किया था कि मोदी ने मुख्यमंत्री बनने के बाद ओबीसी श्रेणी में अपनी जाति को शामिल कराने के लिए कुछ जोड ़- तोड़ की है।
मोदी की जाति पर क्यों उठा बवाल...