अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस हर साल 11 अक्टूबर को मनाया जाता है। इस बार संयोग से नवरात्रि और बालिका दिवस एक दिन है। हालांकि दोनों दिवस का उद्देश्य कहीं न कहीं मिलता-जुलता है। मान्यता है कि नवरात्रि में भूलकर भी कन्याओं का अपमान नहीं करना चाहिए। उन्हें अपशब्द, उन पर किसी तरह के अत्याचार नहीं करना चाहिए। वहीं अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस का उद्देश्य है कि समाज में जागरूकता फैलाने, लड़कियों को वे सम्मान और अधिकार दिलाई जा सके जो लड़कों को दिए जाते हैं। आज के वक्त में लड़का और लड़की में भेदभाव मिटाने की जरूरत है। आइए जानते हैं नवरात्रि में कैसे इस दिन को खास बना सकते हैं -
- लड़कियों की सुरक्षा की बात दुनियाभर में बड़े-बड़े मंच से की जाती है। लेकिन हिंसा और दुष्कर्म के प्रति लड़कियों को उनके अधिकार के बारे में बताएं। जहां लड़कों को सम्मान करना सिखाने की जरूरत है, नैतिकता का पाठ पढ़ाएं।