रज़िया सुल्तान वह पहली शख्सियत थी जो सिर्फ हिंदुस्तान ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में हुकूमत की गद्दी पर बैठने वाली महिला थी। पूरे मुस्लिम इतिहास में कहीं पर भी हुकूमत करने वाली पहली मुस्लिम थी। इससे पहले संपूर्ण दुनिया में महिला मुसलमान में किसी ने भी हुकुमत की गद्दी को नहीं संभाला था। कहा जाता है कि रज़िया सुल्तान को अपने काले गुलाम से प्यार हो गया था। उनके दोनों के रिश्ते भी थे। तो यह भी कहा जाता है कि वह सिर्फ अच्छे दोस्त थे। 14 अक्टूबर 1240 को रज़िया सुल्तान की हत्या कर दी गई थी। आखिर कौन थी रज़िया सुल्तान आइए जानते हैं उनके बारे में 10 अनोखी जानकारियां -
1. एक वक्त था जब मोहम्मद गौरी ने हिंदुस्तान को फतह कर लिया था। फतह के बाद मोहम्मद गौरी ने हिंदुस्तान की कमान अपने गुलाम यानी दामाद कुतुबुद्दीन को दे दी। इस तरह कुतुबुद्दीन हिंदुस्तान का पहला मुसलमान सुल्तान बना।कुतुबुद्दीन की मौत के बाद यह बागडोर उनके दामाद सुल्तान अल्तमश के मिली। और रज़ियासुल्तान सुल्तान अल्तमश की बेटी थी। बता दें कि रज़िया सुल्तान के 11 भाई थे। लेकिन सुल्तान अल्तमश अपनी बेटी की सलाह पहले देते थे। रज़िया सुल्तान अपने भाइयों से बहुत आगे थी। बचपन में ही घुड़सवारी, तलवारबाजी सीख ली थी।
2.बचपन से ही रज़िया सुल्तान को शासन-प्रशासन में काफी रूचि थी। जब कभी सुल्तान अल्तमश जाते थे तो वह अपनी बागडोर रज़िया सुल्तान के हाथों में सौंपकर जाते थे।
3.सुल्तान अल्तमेश को अपनी बेटी पर बहुत भरोसा था कि उन्होंने पहले ही घोषित कर दिया था कि मेरे मरने के बाद इस सल्तनत का अगला सुल्तान रज़िया सुल्तान होगी।
4.सुल्तान अल्तमेश ने चांदी के टंके पर उसका नाम अंकित करा दिया था।
5. भारत की प्रथम मुस्लिम शासिका बनीं रज़िया सुल्तान।
6. रज़िया सुल्तान ने पर्दा प्रथा का विरोध किया। और पुरूषों के समान ही वेशभूषा धारण करने लगी। वह भी काबा कोट पहन कर दरबार में बैठती थी।
7. रज़िया सुल्तान ने कई रूढ़िवादी परंपराओं को भी दरकिनार करना शुरू कर दिया। पुरुषों की तरह ढंग अपनाकर रूढ़िवादी मुस्लिमों को चौका दिया। इसके बाद नए सिक्के बनवाए। जिस पर लिखा था - महिलाओं का स्तंभ, समय की रानी, शमसुद्दीन इल्तुतमिश की बेटी।
8. रज़िया सुल्तान ने कई स्कूल और शिक्षा केंद्र खुलवाए। तो कई जगह पर लाइब्रेरी भी। जहां पर प्राचीन किताबों का संग्रह रखा जाता था।
9. रज़िया सुल्तान ने प्रथम महिला सुल्तान के रूप में दिल्ली पर शासन किया था। वह बहुत बहादुर और साहसी थी। कई काबिले तारीफ निर्णय भी लिए थे। लेकिन दुश्मनों को एक लड़की का गद्दी पर बैठना नहीं सहा गया और रज़िया सुल्तान का शासन बहुत लंबा नहीं चल सका।
10. रज़िया के हाथ से दिल्ली की बागडोर छूट जाने के बाद फिर से पाने की कोशिश की। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। और दिल्ली से उन्हें भागना पड़ा। इस दौरान जट लोगों ने लूट लिया था और 14 अक्टूबर 1240 को दिल्ली में रज़िया को मार डाला था।