इस वर्ष विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस 2 दिसंबर को मनाया जा रहा है। पहली बार विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस वर्ष 2001 में 2 दिसंबर को मनाया गया था, जिसका उद्देश्य युवा पीढ़ी को कंप्यूटर के महत्व का प्रचार-प्रसार करना तथा कंप्यूटर प्रोग्राम को समझना और उस पर कार्य करना है। डिजिटल तकनीकी और भविष्य को देखते हुए आज बच्चों से लेकर बूढ़े व्यक्तियों को तक कंप्यूटर का ज्ञान होना अतिआवश्यक हो गया है।
भारतीय कंप्यूटर कंपनी NIIT ने साल 2001 में अपनी 20वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस (World Computer Literacy Day) को मनाने की शुरुआत की थी।
यह दिन डिजिटलीकरण के महत्व को बढ़ाने के उद्देश्य से मनाया जाता है। विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस मनाने का यही उद्देश्य है कि जिन्हें कंप्यूटर के बारे में ज्ञान नहीं है, जो इसे चलाना नहीं जानते हैं, उन्हें इसके बारे में साक्षर करना। क्योंकि किसी भी प्रकार का काम करने के लिए कंप्यूटर का ज्ञान होना बहुत जरूरी है, इसके ज्ञान के बिना कोई भी व्यक्ति अच्छी नौकरी नहीं कर पाएगा।
वर्तमान में पूरी दुनिया कंप्यूटर से अपना सभी कार्य कर रही है। फिर वह पढ़ाई हो, नौकरी हो, मीटिंग हो क्लास हो, आजकल सबकुछ कंप्यूटर के जरिए ही हो रहा है। इतना ही नहीं पिछले कई वर्षों से यह कमाई का एक बड़ा जरिया बन गया है।
आज के वक्त में कंप्यूटर से काम करना बहुत आसान हो गया है। कोविड के समय 99 प्रतिशत लोग घर से ही ऑफिस का काम कर रहे थे, इतना ही नहीं इस दौरान कई लोगों ने घर से बाहर जाकर यानी हिल स्टेशन तथा वादियों के बीच रहकर अपना काम करते रहें। इस तरह देखा जाए तो कंप्यूटर आज के युग में बहुत महत्वपूर्ण हो गया है।
कोविड महामारी से पहले समय तक ऐसा किसी को ज्ञात नहीं था कि कंप्यूटर का युग इतनी तेजी आ जाएगा। आज समूची दुनिया के काम कंप्यूटर पर किए जा रहे हैं। कोविड-19 के दौरान असंभव चीजें भी संभव हो पाई है कंप्यूटर के जरिए। आज एक लोकल कंपनी से लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर की कंपनियों के काम कंप्यूटर की मदद से घर से किए गए। तो इस तरह कंप्यूटर की ताकत का जहां हमें अंदाजा भी लग गया, वहीं इसके जरिए करोड़ों लोगों को कमाई का जरिया भी मिला।
आपको बता दें कि वर्तमान में हर दिन पूरी दुनिया में 2 लाख से भी ज्यादा कंप्यूटर बिकते हैं। यदि आप भी निरंतर कंप्यूटर पर कार्य करते हैं तो आपको सेहत से जुड़ी कुछ सावधानियां रखने की जरूरत हैं, जैसे कंप्यूटर पर टाइपिंग करते समय छोटे-छोटे ब्रेक लें, हाथों में मूवमेंट करते रहें, पैरों तथा गर्दन और इतना ही नहीं कलाइयों और कोहनी का व्यायाम भी करते रहें, ताकि आप अपना कार्य ठीक से कर सकें।