World red cross day 2023 : हर साल 8 मई को वर्ल्ड रेड क्रॉस डे मनाया जाता है जिसे रेड क्रिसेंट डे से भी जाना जाता है। पर क्या आप भी ये सोच रहें हैं कि ये दिवस क्या है और इस दिवस की कैसे शुरुआत हुई? दरअसल, रेड क्रॉस का मुख्य उद्देश्य घायल सैनिकों और नागरिकों की सहायता करना है। यह दिवस रेड क्रॉस की इंटरनेशनल समिति के संस्थापक हेनरी डुनेंट की जयंती पर मनाया जाता है। चलिए इस आर्टिकल के ज़रिए जानते हैं वर्ल्ड रेड क्रॉस की पूरी जानकारी।
कैसे हुई वर्ल्ड रेड क्रॉस डे की शुरुआत?
वर्ल्ड क्रॉस डे या वर्ल्ड क्रिसेंट डे का प्रस्ताव रेड क्रॉस की 14वी इंटरनेशनल कांफ्रेंस में रखा गया।
इस दिवस की तारीख 8 मई चुनी गई जो रेड क्रॉस की इंटरनेशनल समिति के संस्थापक हेनरी डुनेंट की जन्म तारीख थी।
इस दिवस को पहली बार 8 मई 1948 को 'इंटरनेशनल रेड क्रॉस डे' के नाम से मनाया गया।
बदलते समय के साथ 1984 में इस दिवस का नाम 'वर्ल्ड रेड क्रॉस और रेड क्रिसेंट डे' रख दिया गया।
World Red Cross Day Today
क्या है वर्ल्ड रेड क्रॉस डे 2023 की थीम?
इस साल की थीम 'हम जो कुछ भी करते हैं #दिल से आता है' निर्धारित की गई है।
इस थीम का उद्देश्य मानवता संरक्षण के लिए कार्य करना और जो व्यक्ति अपने समाज में नेक काम करके बदलाव ला रहे हैं उन्हें सराहना है।
कौन थे हेनरी डुनेंट?
हेनरी डुनेंट एक स्विस सोशल एक्टिविस्ट और मानवता के लिए काम करने वाले व्यक्ति थे जिन्हें उनके मानवीय प्रयासों के लिए 1901 में नोबेल प्राइज से नवाज़ा गया था।
इटली के सोल्फेरिनो युद्ध में हेनरी डुनेंट कुछ स्थायी लोगो के साथ घायल सैनिकों की मदद की इसके बाद हेनरी डुनेंट ने जिनेवा कन्वेंशन में युद्ध में घायल सैनिकों के लिए नेशनल रिलीफ सोसाइटी का प्रस्ताव भेजा।
डुनेंट और उनके 5 साथियों ने 1863 में मिलकर International Committee for Relief to the Wounded की स्थापना की।
कुछ समय बाद ये समिति को International Committee of the Red Cross (ICRC) के नाम से स्थापित किया गया।