गुजरात विधानसभा के चुनाव प्रचार में आक्रामक रवैया बरकरार रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गाँधी ने मंगलवार को कहा कि राज्य की भाजपा सरकार समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर चलने में विफल रही है। सोनिया ने कहा कि सामाजिक एकता के जरिये ही आतंकवाद से निबटा जा सकता है।
सोनिया ने एक चुनावी जनसभा में कहा कि देश की प्रगति के लिए जरूरी है कि समाज के सभी वर्गों को साथ लेकर बढ़ा जाए, लेकिन भाजपा सरकार ऐसा करने में विफल रही है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस की नीति ही सबको साथ जोड़ने की रही है। बहरहाल इसकी उम्मीद भाजपा सरकार से नहीं की जा सकती है क्योंकि वह दो चेहरों वाली है तथा जनता को विभिन्न आधार पर बाँटती है।
आतंकवाद के मुद्दे पर भी सोनिया ने भाजपा को आड़े हाथों लिया और कहा कि भगवा दल को इसके बारे में बात करना भाता है, लेकिन उसकी सरकार ने ही जेल में बंद खतरनाक आतंकवादियों की मेहमान की तरह खातिरदारी की थी और विदेश में ले जाकर छोड़ा था।
सोनिया ने इंडियन एयरलाइंस के विमान अपहरण की वर्ष 1999 में हुई घटना का परोक्ष जिक्र करते हुए यह बात कही जब आतंकवादियों को कंधार ले जा कर रिहा किया गया था।
सोनिया ने कहा कि सामाजिक एकता के जरिये ही आतंकवाद से निबटा जा सकता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपनी पूरी ताकत से आतंकवाद से लड़ती रही है और इसके नेताओं ने अपनी जान की कुर्बानी भी दी है।
उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्गों को साथ जोड़ने के उद्देश्य से ही कांग्रेसनीत संप्रग सरकार ने आदिवासी अधिकार विधेयक पारित कराया, जबकि राजग सरकार अपने पाँच सालों के शासन में ऐसा नहीं कर सकी। कांग्रेस अध्यक्ष ने संप्रग सरकार की राष्ट्रीय रोजगार योजना और सर्व शिक्षा अभियान का भी जिक्र किया।
उन्होंने कहा कि प्रगति के लिए जरूरी है कि महिलाएँ और बच्चे शिक्षित हों और सर्व शिक्षा अभियान का यही उद्देश्य है, लेकिन गुजरात में महिलाएँ और बच्चे सुरक्षित नहीं हैं। भाजपा सरकार ने आदिवासियों और दलितों की भी उपेक्षा की है।
सोनिया ने कहा कि संप्रग सरकार ने कच्छ जिले और गुजरात के विकास के लिए काफी सहायता भेजी, लेकिन प्रदेश सरकार इसे स्वीकार ही नहीं करती है।