guru purnima 2021 : जानिए गुरु (व्यास) पूर्णिमा की पौराणिक मान्यता, महत्व, मुहूर्त एवं पूजा विधि

गुरु पूर्णिमा पर्व महर्षि वेद व्यास को प्रथम गुरु मानते हुए उनके सम्मान में मनाया जाता है। महर्षि वेद व्यास ही थे जिन्होंने सनातन धर्म के चारों वेदों की व्याख्या की थी। पौराणिक मान्यता के अनुसार माना जाता है कि आषाढ़ पूर्णिमा को महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था। चूंकि गुरु वेद व्यास ने ही पहली बार मानव जाति को चारों वेद का ज्ञान दिया था इसलिए वे सभी के प्रथम गुरु हुए। इसलिए उनके जन्मदिवस के दिन उनके सम्मान में यह पर्व मनाया जाता है। इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। पढ़ें खास सामग्री... 
गुरु पूर्णिमा : पढ़ें खास सामग्री

 
 
ALSO READ: गुरु पूर्णिमा : संत कबीर ने रचे हैं गुरु पर विशेष दोहे

ALSO READ: आषाढ़ी पूर्णिमा के दिन क्या करें, क्या न करें

ALSO READ: Guru Poornima 2021 : गुरुजी को क्या दें उपहार,पढ़ें अपनी राशि के अनुसार

ALSO READ: Guru Purnima 2021: जुलाई में इस दिन मनाया जाएगा 'गुरु पूर्णिमा' का पर्व, जानें शुभ मुहूर्त

guru purnima 2021

वेबदुनिया पर पढ़ें

सम्बंधित जानकारी