त्योहारों के अवसर पर पंचामृत का विशेष महत्व होता है। पूजन के समय पंचामृत प्रसाद के रूप में जरूर चढ़ाया जाता हैं। पंचामृत का अर्थ है- 5 प्रकार के अमृत। इसे दूध, दही, घी, शहद व मिश्री मिलाकर बनाया जाता है। आयुर्वेद के अनुसार पंचामृत सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। कहते हैं कि पंचामृत के सेवन से सकारात्मकता का भाव पैदा होता है। जहां पंचामृत का धार्मिक महत्व है, वहीं यह स्वास्थ्य के लिए अमृत से कम नहीं है।
पंचामृत बनाने के लिए दही, दूध, 1 चम्मच शहद, घी व चीनी आवश्यकता अनुसार लें, साथ ही आप पंचामृत में तुलसी के 8 से 10 पत्ते भी डाल सकते हैं, साथ ही इसमें बादाम और केसर भी मिला सकते हैं।
पाचन संबंधी परेशानी होने पर भी इसका सेवन लाभदायक सिद्ध होता है।
कब्ज व एसिडिटी जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।