पपीता के सेवन रोज सीमित मात्रा में करना चाहिए। इसके सेवन से पाचन क्रिया अच्छी रहती है पेट साफ होता है। पपीता में प्रो-विटमिन ए, सी और फाइटो विटामिन होता है। इसमें खनिज के तौर पर फास्फोरस, मैग्नीशियम, और बीटा जैसे तत्व भी होते हैं। पेट की समस्या होने पर पपीता खाने की सलाह दी जाती है। इसका सेवन करने से कोलेस्ट्रोल कम करने में मदद मिलती हैं। पपीते में फाइबर की मात्रा अधिक होती है। साथ ही यह वजन घटाने में भी मदद करता है। इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता, पाचन तंत्र को एक्टिव करता है, आंखों की रोशनी बढ़ाने में मदद करता है। वहीं बवासीर होने पर पपीता को रामबाण दवा कहा गया है।
बवासीर के लक्षण
- मल पास करते समय रक्त बहना। - मलाशय में दर्दनाक कठोर गांठ। - शौच के बाद भी पेट साफ नहीं होना।
पपीता अधिक खाने के नुकसान
अगर आप हद से अधिक पपीता खाते हैं तो वह नुकसानदाय है। इसमें लेटेक्स मौजूद होता है जिससे -
- पेट में जलन और दर्द की वजह बन जाता है। - दस्त लग जाती है। - पेट में सूजन, पेट फूलना, मतली भी हो सकती है।