Custard Apple Benefits for Diabetes : सीताफल, जिसे शरीफा या कस्टर्ड एप्पल भी कहा जाता है, पोषक तत्वों से भरपूर फल है जो अपने स्वाद और स्वास्थ्यवर्धक गुणों के लिए जाना जाता है। आम तौर पर मीठे फल डायबिटीज के मरीजों के लिए उपयुक्त नहीं माने जाते, लेकिन सीताफल में कुछ ऐसे गुण होते हैं जो इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद बनाते हैं। आइए जानते हैं कि सीताफल डायबिटीज में कैसे लाभकारी साबित हो सकता है।
1. फाइबर से भरपूर
सीताफल में प्रचुर मात्रा में फाइबर होता है, जो पाचन को धीमा करने में मदद करता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए फाइबर का सेवन विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह आपके ब्लड शुगर लेवल के स्तर को नियंत्रित रखने में मदद करता है। फाइबर धीरे-धीरे शुगर को सोखने की प्रक्रिया को नियंत्रित करता है, जिससे ब्लड शुगर लेवल के स्तर में अचानक वृद्धि नहीं होती।
2. विटामिन C और एंटीऑक्सिडेंट्स से भरपूर
सीताफल में विटामिन C की अच्छी खुराक होती है, जो एक शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट है। एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर में फ्री रेडिकल्स को कम करने में मदद करते हैं, जो शुगर के मरीजों में आमतौर पर उच्च होते हैं। ये फ्री रेडिकल्स शरीर में सूजन और सेल्स के नाश का कारण बन सकते हैं। इसलिए, सीताफल के सेवन से शरीर को बचाव मिलता है और यह शारीरिक क्षति को कम करता है।
3. मैग्नीशियम और पोटेशियम का अच्छा स्रोत
सीताफल में मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे महत्वपूर्ण खनिज होते हैं, जो दिल की सेहत के लिए फायदेमंद हैं। डायबिटीज के मरीजों में दिल की समस्याओं का खतरा अधिक होता है, और इन खनिजों का सेवन रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करता है, जिससे हृदय संबंधी जोखिम कम होता है।
4. वजन नियंत्रित करने में मददगार
डायबिटीज के मरीजों के लिए वजन नियंत्रित रखना बहुत महत्वपूर्ण है, क्योंकि अधिक वजनब्लड शुगर के स्तर को बढ़ा सकता है। सीताफल में कम कैलोरी होती है और यह पेट को भरने का अहसास कराता है। यह आंतों में तेजी से अवशोषित होकर पेट को देर तक भरा हुआ महसूस कराता है, जिससे ओवरईटिंग की संभावना कम होती है। इसके कारण, यह वजन कम करने में मदद कर सकता है और रक्त शर्करा के स्तर को नियंत्रित रख सकता है।
5. कोलेस्ट्रॉल कम करने में सहायक
सीताफल में पाई जाने वाली स्वस्थ वसा (फैटी एसिड्स) कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। डायबिटीज के मरीजों को उच्च कोलेस्ट्रॉल और हृदय संबंधी समस्याओं का खतरा अधिक होता है, और सीताफल का सेवन इन समस्याओं को कम कर सकता है।
सीताफल का सेवन कैसे करें
सीताफल को ताजे और पूरी तरह से पके हुए रूप में खाएं। अधिक पका हुआ सीताफल मीठा और शुगर में ज्यादा हो सकता है, इसलिए इसका सेवन सीमित मात्रा में करें।
इसे एक हेल्दी स्नैक के रूप में खा सकते हैं या इसे जूस के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
यदि आप सीताफल के बीजों से बचना चाहते हैं, तो इनको निकालकर सेवन करें, क्योंकि कुछ लोग इनसे एलर्जी महसूस कर सकते हैं।
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